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Thursday 22 March 2018 01:34:01 PM
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे अपनी संपत्तियों की निगरानी, रखरखाव और प्रबंधन के लिए जीआईएस पोर्टल का उपयोग करने की योजना बना रहा है, इसके अंतर्गत रेल मंत्रालय और इसरो के बीच विभिन्न चरणों में आपसी सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। रेलवे के जीआईएस पोर्टल में भारतीय रेलवे की भूमि संबंधित योजनाओं को सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए देखा जा सकेगा। इसरो के भूवन प्लेटफार्म से सैटेलाइट तस्वीरों को लिया जा रहा है, जिनकी तुलना करके स्टेशन के चारों ओर नए अतिक्रमण की पहचान की जाएगी और इसे इसरो नियमित अंतराल पर अपडेट करता रहेगा।
गौरतलब है कि भारतीय रेलवे के पास काफी संपत्ति है, जिसमें भू-संपत्ति भी शामिल है और इसकी प्रभावी ढंग से निगरानी और प्रबंधन किया जाना बेहद जरूरी है। रेलवे की सभी परिसंपत्तियों का जीपीएस आधारित खाका तैयार करने का कार्य प्रगति पर है, इसमें जीआईएस प्लेटफॉर्म पर भू-संपत्ति भी शामिल है, इसका प्रयोग रेलवे के जीआईएस पोर्टल को विकसित करने के लिए किया जाएगा। चूंकि रेलवे के संचालन में अंतरिक्ष संबंधी कवरेज काफी व्यापक है, इसलिए जीआईएस मैपिंग का उपयोग भारतीय रेलवे की संपत्ति के बेहतर प्रबंधन के लिए किया जा सकता है। जीआईएस प्लेटफार्म पर भारतीय रेल की संपत्ति की जीपीएस आधारित जानकारी दिसंबर 2018 तक पूरा होने की उम्मीद है। रेलवे जीआईएस पोर्टल के माध्यम से सैटेलाइट की मदद से सभी स्टेशनों के आसपास नए अतिक्रमण की पहचान करेगा।