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Friday 23 March 2018 01:02:10 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण और सड़क परिवहन तथा राजमार्ग एवं नौवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जल संरक्षण के लिए सरकार के प्रयासों में जनभागीदारी की जरूरत पर बल देते हुए कहा है कि समाज के संपूर्ण विकास के लिए जल संरक्षण बहुत जरूरी है। उन्होंने वन रोपण पर भी विशेष जोर देने का आग्रह किया और कहा कि यह रोज़गार का निर्माण करता है और संपन्नता बढ़ाता है। विश्व जल दिवस पर नई दिल्ली में किसान की आय में जल की भूमिका विषय पर फिक्की के सम्मेलन में उन्होंने ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने इस संदर्भ में गंगा तट पर ऊर्जा संयंत्रों का उदारहण दिया। उन्होंने कहा कि नदी तट पर 24 ऊर्जा संयंत्र हैं, जो गंगा नदी से पानी लेते हैं, इसका परिशोधन करके इन संयंत्रों को जलापूर्ति की जा सकती है, इसी प्रकार रेलवे और कृषि भी इस जल का उपयोग कर सकते हैं, इससे शुद्ध जल की मांग में कमी आएगी।
जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने समुद्र जल को मीठे जल में परिवर्तित करने की प्रणाली में लागत कम करने का सुझाव दिया और कहा कि इससे पेयजल की आपूर्ति बेहतर होगी तथा इसकी लागत में भी कमी आएगी। विश्व जल दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक संदेश में कहा है कि विश्व जल दिवस, जल शक्ति के महत्व को उजागर करने का एक अवसर है और यह जल संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा कि जब पानी को संरक्षित किया जाता है तो हमारे शहरों, गांवों और मेहनती किसानों को काफी लाभ मिलता है। गौरतलब है कि जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय की सूचना, शिक्षा और संचार योजना के तहत केंद्रीय भूमि जल बोर्ड स्कूली बच्चों के लिए 26 मार्च 2018 को एपी सिंदे सभागार पूसा नई दिल्ली में 8वीं राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन करेगा, जिसमें जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल होंगे और विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करेंगे। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और डॉ सत्यपाल सिंह भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।
राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता में प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के प्रथम तीन विजेता भाग लेंगे। प्रतियोगिता की थीम है-जल बचाइए, प्रकृति बचाइए। विभिन्न राज्यों के 93 छात्र इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विजेता को 50,000 रुपये का पुरस्कार, द्वितीय विजेता को 25,000 रुपये का पुरस्कार और तृतीय विजेता को 10,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। शेष प्रतिभागियों को 5000 रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। जिन क्षेत्रों से छात्रों की भागीदारी अधिक होगी है, उन क्षेत्रों के निदेशकों को भी सम्मानित किया जाएगा। ज्ञातव्य है कि नवंबर-दिसंबर 2017 की स्कूलस्तरीय प्रतियोगिता में पूरे देश के 8500 स्कूलों से 7.5 लाख छात्रों ने भाग लिया था।