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Friday 23 March 2018 01:15:50 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में जानकारी दी है कि स्मार्ट इंडिया हैकथन-2018 यानी सॉफ्टवेयर संस्करण का ग्रैंड फाइनल 30 और 31 मार्च 2018 को देशभर के 28 नोडल केंद्रों पर होगा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकथन मानव संसाधन विकास मंत्रालय की विश्व की सबसे बड़ी राष्ट्र निर्माण डिज़िटल पहल है और इसकी अवधारणा देश के विकास के लिए मेधावी युवकों की रचनात्मकता और ऊर्जा का दोहन करने के लिए बनाई गई है। प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि स्मार्ट इंडिया हैकथन-2017 की शानदार सफलता के बाद स्मार्ट इंडिया हैकथन-2018 संस्करण पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया, जिसके तहत छात्रों के सुझाए गए समाधान बड़ी तादाद में प्राप्त हुए हैं, जो विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने में सहायक होंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि इस वर्ष की पहल में सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर दोनों ही संस्करण हैं और इसमें राज्यों की प्रतिभागिता भी शामिल है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट इंडिया हैकथन-2018 के लिए 27 केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों तथा 17 राज्य सरकारों से प्रतिभागिता प्राप्त की है, जिन्होंने 900 से अधिक समस्या विवरण भेजे हैं, इन समस्या विवरणों की जांच करने के बाद 408 समस्याओं को अंतिम रूपसे हैकथन के लिए चयनित किया गया और उन्हें माईगॉव प्लेटफॉर्म पर डाल दिया गया है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट इंडिया हैकथन-2018 के लिए लगभग एक लाख इंजीनियरिंग, प्रबंधन एवं एमसीए के छात्रों की प्रतिभागिता के साथ 17,400 से अधिक टीमें प्राप्त हुई हैं, इन प्रविष्टियों की जांच की गई एवं अब 1296 प्रविष्टियों का ग्रैंड फाइनल के लिए चयन किया गया है।
प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि स्मार्ट इंडिया हैकथन-2018 में दो प्रतिस्पर्धाएं शामिल हैं-सॉफ्टवेयर हैकथन एवं हार्डवेयर हैकथन, सॉफ्टवेयर हैकथन प्रतिस्पर्धा का अंतिम राउंड 30 एवं 31 मार्च 2018 को पूरे 36 घंटों तक देशभर के 28 नोडल केंद्रों पर आयोजित किया जाएगा, जबकि हार्डवेयर हैकथन प्रतिस्पर्धा का आयोजन जून 2018 में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रतिस्पर्धा में लगभग 8000 छात्र सूचीबद्ध 340 सॉफ्टवेयर समस्याओं का समाधान देने का प्रयास करेंगे और पिछले वर्ष की ही तरह प्रत्येक केंद्र पर विभिन्न वर्गों के लिए पुरस्कार जीते जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए डीएसटी के साथ समन्वय स्थापित कर रहा है कि स्मार्ट इंडिया हैकथन-2018 से चुनी गईं टीमें र्स्टाटअप के रूपमें टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर्स से समर्थित हों और डीएसटी ने बहुत सकारात्मक रूपसे इन प्रयासों की दिशा में प्रतिक्रिया जताई है।
स्मार्ट इंडिया हैकथन-2017 के बारे में प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकथन पहल के पहले संस्करण में 29 केंद्रीय मंत्रालयों से 598 समस्या विवरण प्राप्त हुए थे, जिनको माईगॉव वेबसाइट पर प्रदर्शित किया गया था और सभी तकनीकी संस्थानों के छात्रों को पूरे भारत में कार्यशालाओं में भाग लेने को लेकर सुग्राही बनाया गया था, इसके परिणामस्वरूप 7500 टीमों ने आवेदन दिया, इन प्रविष्टियों की विशेष रूपसे उद्योग जगत से जुड़े 200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं की सहायता से जांच की गई थी और 1 और 2 अप्रैल 2017 को ग्रैंड फाइनल के लिए 1168 टीमों का चयन किया गया था। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से छात्रों को संबोधित किया था और उन्हें देश के लिए काम करने को प्रोत्साहित किया था।