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Tuesday 27 March 2018 02:34:49 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और नागरविमानन मंत्री सुरेश प्रभु से नई दिल्ली में आर्थिक संबंधों, व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर भारत-चीन संयुक्त समूह की 11वीं बैठक में जनवादी गणराज्य चीन के वाणिज्य मंत्री झोंग शान ने मुलाकात की। सुरेश प्रभु ने वाणिज्य मंत्री झोंग शान से बातचीत में कहा है कि भारत और चीन के बीच संयुक्त समूह, दोनों देशों के बीच सबसे पुरानी और सर्वाधिक महत्वपूर्ण संवाद व्यवस्था है और इसके माध्यम से सर्वाधिक महत्वपूर्ण विषय 'चीन के साथ भारत का व्यापार असंतुलन' पर विचार किया जाएगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने चीन के वाणिज्य मंत्री से रेपसीड, सोयाबीन, बासमती, गैर-बासमती चावल, फल, सब्जियां और गन्ना जैसे कृषि उत्पादों के लिए व्यापक बाज़ार पहुंच व्यवस्था बनाने की अपील की। सुरेश प्रभु ने कहा कि भारत से चीन को निर्यात किया जाने वाला एक और उत्पाद है-गुणवत्ता संपन्न फर्मास्यूटिकल उत्पाद। उन्होंने कहा कि भारत की आईटी और आईटी सक्षम सेवाओं का निर्यात एवं पर्यटन और स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में चीन को फोकस करने की आवश्यकता है।
चीन के वाणिज्य मंत्री झोंग शान ने चीन में भारतीय निवेश का स्वागत किया और दोनों देशों के बीच व्यापार घाटे की समस्या का समाधान निकालने का वायदा किया। चीन के वाणिज्य मंत्री ने दोतरफा व्यापार संबंध, कार्ययोजना तैयार करने, क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी पर और अधिक फोकस तथा ई-डायलॉग जैसे विषयों पर हुए विचार-विमर्श का उल्लेख किया। झोंग शान ने कहा कि भारत के साथ व्यापार संबंधों पर स्पष्ट और कारगर विचार-विमर्श से न केवल दोनों देशों के, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।