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Wednesday 28 March 2018 01:54:32 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने मदरसा शिक्षकों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम लांच किया है। मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि पहली बार प्रारंभ हो रहे ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश ‘एक हाथ में कुरान, दूसरे हाथ में कम्प्यूटर’ को प्रोत्साहन मिलेगा। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने जामिया मिलिया इस्लामिया के सहयोग से 40 मदरसा शिक्षकों के लिए आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया था, प्रशिक्षण समाप्ति पर प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए। ये शिक्षक मुख्यधारा की शिक्षा जैसे विज्ञान, गणित, कम्प्यूटर, हिंदी, अंग्रेजी आदि प्रदान करेंगे।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि इन शिक्षकों में 50 प्रतिशत महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों में शैक्षिक और संवाद कौशल को बेहतर बनाना है। मुख्तार अब्बास नक़वी ने मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की 57वीं आमसभा और 100वीं प्रशासनिक सभा बैठक की अध्यक्षता भी की। उन्होंने कहा कि सरकार अल्पसंख्यक समुदायों के शैक्षणिक संस्थानों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली के साथ जोड़ने के लिए युद्धस्तर पर कार्य रही है।
मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय 3ई-शिक्षा, रोज़गार एवं सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है, इन छह महीने में अल्पसंख्यक समुदायों के मदरसा समेत हजारों शिक्षण संस्थानों को 3टी-शिक्षक, अल्पाहार और शौचालय के तहत मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली के साथ जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि उत्तरी क्षेत्र में मदरसा शिक्षकों के लिए आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 22-27 मार्च 2018 को नई दिल्ली में हुआ था, जिसका आयोजन जामिया मिलिया इस्लामिया के सहयोग से मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन ने किया था। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्यों के 40 प्रतिभागियों ने भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।