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Tuesday 3 April 2018 02:31:50 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने राष्ट्रपति भवन में दार्शनिक और राजनीतिज्ञ पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर समर्पित ‘थिंक इंडिया’ पत्रिका का विशेष संस्करण प्राप्त किया। विशेष संस्करण के संपादक और संसद सदस्य डीपी त्रिपाठी की उपस्थिति में संसद सदस्य मुरली मनोहर जोशी ने राष्ट्रपति को विशेष संस्करण की प्रति भेंट की। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक प्रमुख राष्ट्रीय व्यक्तित्व थे, जिन्होंने भारतीय राजनीति और समाज को अपने लेखन और विचारों से समृद्ध किया, उनके व्यक्तित्व तथा कार्यों के मूल्यांकन के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठने की आवश्यकता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने कहा कि पत्रिका का विशेष संस्करण इस दिशा में किया गया एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि विभिन्न पीढ़ियों के तथा विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से संबंध रखने वाले लोगों की रचनाओं का संकलन प्रशंसनीय है। राष्ट्रपति ने इस विशेष अंक के संपादन के लिए डॉ डीपी त्रिपाठी की सराहना की। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने राष्ट्रहित में परस्पर सहयोग का समर्थन किया और देश के विकास को संकीर्ण दलगत राजनीति से अधिक महत्वपूर्ण स्थान दिया।
रामनाथ कोविद ने कहा कि महात्मा गांधी, डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर, डॉ राममनोहर लोहिया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय विचारों को आगे बढ़ाया तथा इन्हें जमीनी स्तर पर विकास के लिए प्रासंगिक बनाए रखा। उन्होंने कहा कि ये महान व्यक्ति जमीनीस्तर पर कार्य करते थे और इन्होंने व्यावहारिक उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने कहा कि इसी तरह पंडित जवाहरलाल नेहरू की ‘भारत-एक खोज’ भी भारतीय दर्शन और सांस्कृतिक परंपराओं को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण पुस्तक है। राष्ट्रपति ने कहा कि संकल्पना के स्तर पर विभेदों के बावजूद, एकता और सम्मानजनक व्यवहार भारत की विशेषता रही है। उन्होंने कहा कि पुस्तक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के योगदान को इसी दृष्टिकोण के अंतर्गत समझने का प्रयास किया गया है। इस अवसर पर संसद सदस्य शशि थरूर, पूर्व संसद सदस्य पवन वर्मा और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।