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Tuesday 3 April 2018 03:15:52 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय अभियांत्रिकी सेवा एवं केंद्रीय लोक निर्माण कार्य विभाग के प्रशिक्षु अधिकारियों के समूहों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सेवाएं उन्हें राष्ट्र की सेवा का विशाल मंच उपलब्ध कराती हैं, उनमें से सभी वास्तविक रूपसे देश की प्रगति एवं विकास की डिजाइन तैयार रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा में अपनी सफलता का जश्न मनाने का यह प्राथमिक कारण होना चाहिए। राष्ट्रपति ने प्रशिक्षुओं से कहा कि हमारी अवसंरचना परियोजनाओं के भविष्य के नेताओं के रूपमें उनको सामाजिक चेतना के साथ अभियांत्रिकी का अभ्यास करना चाहिए, उदाहरण के लिए उन्हें अनिवार्य रूपसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे चाहे जिस भी सार्वजनिक अवसंरचना का निर्माण करते हों-यह चाहे कार्यालय हो, निवास स्थान हो या सड़कें हों-वे दिव्यांग नागरिकों के लिए अवश्य सुविधाजनक हों।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने कहा कि युवा इंजीनियरों के रूपमें, वे सभी जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों एवं ऊर्जा दक्षता के प्रभावों से परिचित हैं, उन्हें यह अनिवार्य रूपसे सुनिश्चित करना चाहिए कि रिहायशी भवन, सड़क या वे चाहे जिस भी सार्वजनिक अवसंरचना का निर्माण करते हैं, वे ऊर्जा किफायती और पर्यावरण अनुकूल हों। राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि सीपीडब्ल्यूडी ने नेट जीरो ऊर्जा हरित भवनों के निर्माण की दिशा में आरंभिक कदम उठाए हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि वे जिस सेवा में शामिल हुए हैं, वह उन्हें प्रत्येक दिन देश की सेवा करने एवं लाखों नागरिकों के जीवन के संपर्क में रहने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कभी भी इसके बारे में संदेह हो कि वे देश के लिए क्या कर सकते हैं तो उन्हें एम विश्वेश्रेया एवं श्रीधरण जैसे दिग्गज टेक्नोक्रैट के बारे में सोचना चाहिए, उन्हीं की तरह उनको भी नवोन्मेषण की भावना का विकास करना चाहिए और चुनौतियों के बीच समाधान प्रदाताओं के रूपमें उभरना चाहिए।