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Thursday 5 April 2018 03:17:08 PM
देहरादून। डॉल्फिन पीजी कॉलेज फार बायोमेडिकल सांइसेज और प्रबंधशास्त्र स्कूल दून विश्वविद्यालय की संयुक्त कृषि विशेष कार्यशाला के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए प्रबंधशास्त्र स्कूल की प्राध्यापिका डॉ रीना सिंह ने कहा कि कृषि आधारित उद्यम की स्थापना और इस विषय के तकनीकी पहलुओं से यदि युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए तो यह रोज़गार सृजन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। डॉ सुधांशु जोशी ने प्रशिक्षुओं को कृषि उपज वितरण प्रक्रिया को अधिक वैज्ञानिक एवं कम खर्च में उपभोक्ताओं तक पहुंचाने की सप्लाई चैन प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों की समुचित वितरण प्रणाली से किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को लाभ होगा।
डॉ प्राची पाठक ने कहा कि कृषि आधारित खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना उत्तराखंड जैसे राज्य के लिए आर्थिक विकास और रोज़गार सृजन की दिशा में कारगर कदम हो सकता है, बशर्ते कि युवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और उद्यान के उत्पादों के प्रसंस्करण पर समुचित प्रशिक्षण दिया जाए और इस तरह की कार्यशालाएं इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस अवसर पर डॉ संजय अग्रवाल, डायरेक्टर डॉल्फिन पीजी कालेज फार बायोमेडिकल सांइसेज एवं कालेज के संकाय सदस्य उपस्थित थे। डॉ आशीष सिन्हा ने कार्यक्रम का संचालन किया और धन्यवाद ज्ञापन दिया।