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स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा पर मोदी

द्विपक्षीय बैठकों और सम्मेलनों में लेंगे हिस्सा

भारत की विकास परियोजनाओं पर करेंगे चर्चा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 16 April 2018 05:30:51 PM

pm narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीडन और ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर जाने से पहले एक वक्तव्य जारीकर कहा है कि मैं द्विपक्षीय बैठकों एवं भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन और राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए 17 से 20 अप्रैल 2018 तक स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि 17 अप्रैल को मैं स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के निमंत्रण पर स्टॉकहोम में रहूंगा। उन्होंने कहा कि स्वीडन की यह मेरी पहली यात्रा है और भारत-स्वीडन के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा सहयोग लोकतांत्रिक मूल्यों और एक खुले, समावेशी एवं कानून आधारित वैश्विक व्यवस्था की प्रतिबद्धता पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भारत के विकास के कार्यक्रमों में स्वीडन एक महत्वपूर्ण साझीदार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बड़े उद्योगपतियों के साथ प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन और मुझे बातचीत करने का अवसर मिलेगा, हम व्यापार और निवेश, नवोन्मेष, एसएंडटी, कौशल विकास, स्मार्ट सिटी, स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटलीकरण तथा स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग को ध्यान में रखते हुए भविष्य की योजनाएं तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं स्वीडन के राजा किंग कार्ल XVI गुस्ताफ से भी भेंट करूंगा। उन्होंने कहा कि भारत और स्वीडन संयुक्त रूपसे 17 अप्रैल 2018 को स्टॉकहोम में भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन का आयोजन करेंगे, जिसमें फिनलैंड, नॉर्वे, डेनमार्क और आइसलैंड के प्रधानमंत्री भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ प्रौद्योगिकी, पर्यावरण समाधान, बंदरगाह आधुनिकीकरण, शीतलन श्रृंखला, कौशल विकास और नवोन्मेष आदि क्षेत्रों में नॉर्डिक देशों की विश्व स्तर पर पहचान है और भारत के परिवर्तन से संबंधित हमारे लक्ष्य के लिए नॉर्डिक देशों की कार्यकुशलता बहुत उपयोगी है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि 18 अप्रैल 2018 को प्रधानमंत्री टेरीजा मे के आमंत्रण पर मैं लंदन में रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं पिछलीबार नवंबर 2015 में ब्रिटेन आया था, भारत और ब्रिटेन आधुनिक सहयोग साझा करते हैं, जो मज़बूत ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि लंदन की मेरी यात्रा से भारत और ब्रिटेन के परस्पर सहयोग को नई गति मिलेगी, मैं स्वास्थ्य, नवोन्मेष, डिजिटलीकरण, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, स्वच्छ ऊर्जा तथा साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन साझेदारी बढ़ाने पर बल दूंगा। उन्होंने कहा कि लिविंग ब्रिज कार्यक्रम के तहत जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लोगों से मुलाकात करने का मुझे अवसर मिलेगा, जिन्होंने भारत-ब्रिटेन संबंध को मज़बूत बनाने में अनुकरणीय योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं ब्रिटेन की महारानी से भी भेंट करूंगा और आर्थिक सहयोग के एजेंडे पर कार्य कर रहे दोनों देशों के प्रमुख अधिकारियों से मुलाकात करूंगा, लंदन में एक आयुर्वेद सेंटर ऑफ एक्सलेंस का उद्घाटन करूंगा और अंतर्राष्ट्रीय सौर ऊर्जा गठबंधन के सबसे नए सदस्य के रूपमें ब्रिटेन का स्वागत करूंगा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि 19 और 20 अप्रैल को ब्रिटेन के राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों की बैठक में भाग लूंगा, जिसमें ब्रिटेन माल्टा से राष्ट्रमंडल के चेयर-इन-ऑफिस का पदभार ग्रहण करेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल एक बहुआयामी समूह है, जो छोटे देशों और छोटे द्वीप देशों सहित विकासशील सदस्य देशों को उपयोगी सहायता प्रदान करता है, विकास के मामलों में यह मजबूत अंतर्राष्ट्रीय संस्था है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा से आपसी सहयोग बढ़ेगा।

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