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Tuesday 17 April 2018 02:23:52 PM
झांसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया में बुंदेलखंड क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है और झांसी में सबसे अच्छी कनेक्टिविटी है, जिसके कारण डिफेंस कॉरिडोर यहां के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा, इससे बुंदेलखंड का भी पिछड़ापन और आर्थिक ग़रीबी दूर होगी। उन्होंने कहा कि यहां पर डिफेंस कॉरिडोर का उत्तर प्रदेश के विकास और रोज़गार सृजन में अहम स्थान होगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्षेत्र के प्रतिभाशाली युवाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए डिफेंस कॉरिडोर एक ऐसा माध्यम बनेगा, जिससे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। उन्होंने कहा कि यहां निवेशकों को कोई भी समस्या नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने झांसी में डिफेंस कॉरिडोर के संबंध में एक उच्चस्तरीय बैठक में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास की नई राह खुल गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे कमजोर क्षेत्र बुंदेलखंड और पूर्वांचल हैं, इनके विकास के लिए डिफेंस कॉरिडोर व एक्सप्रेस-वे महत्वपूर्ण साबित होंगे, इससे पलायन रुकेगा और युवाओं को रोज़गार मिलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उद्योग की बहुत संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यहां डिफेंस कॉरिडोर के संबंध में की गई घोषणा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी उनके इस अभियान को पूरा करने के लिए उत्साह के साथ काम करने को तैयार हैं, डिफेंस कॉरिडोर के लिए यहां पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने प्रदेश के औद्योगिक विकास की चर्चा करते हुए कहा कि यहां हार्डवेयर और लेदर आदि का कार्य बहुलता से होता है, इसकी मार्केटिंग व ब्रांडिंग हो जाए तो इस उद्योग को और गति मिलेगी, झांसी के विकास हेतु रेलवे कारखाना भी आ गया है, साथ ही फूड प्रोसेसिंग पार्क और एक्सप्रेस-वे भी बनाया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूपमें रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने निवेशकों से बातचीत में बताया कि चेन्नई के पास डिफेंस एक्सपो हुआ, जिसमें भारतीय उद्यमियों ने प्रतिभाग किया और सुखद परिणाम प्राप्त हुए, एक्सपो में 45 प्रतिशत तक उत्पादकर्ता देश के रहे, जो उच्चगुणवत्ता के उत्पाद थे और डिफेंस एक्सपो में छोटे-बड़े उद्यमियों को साथ-साथ डिस्प्ले का अवसर दिया, जिससे छोटे उद्यमियों को भी लाभ हुआ।
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उत्तर प्रदेश में युवाओं की संख्या अधिक है, जिन्हें आगे लाया जाना चाहिए, ताकि उनके इनोवेशन का लाभ लिया जा सके। उन्होंने कहा कि युवाओं को कॉरिडोर के बारे में जानकारी दी जाए, ताकि वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने उद्योग जगत का डिफेंस सेक्टर में प्रतिभाग करने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी और इसकी मॉनीटरिंग प्रधानमंत्री स्वयं कर रहे हैं। केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने कहा कि झांसी में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण यहां के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की परिस्थिति और भौगोलिक स्थिति इजराइल जैसी है, यहां इजराइल की तर्ज पर विकास संभव है।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त डॉ अनूप चंद्र पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उद्योग स्थापना की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों का विस्तार किया जा रहा है, झांसी डिफेंस कॉरिडोर में एयरक्रॉफ्ट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री व ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री विकसित की जाएंगी, आईआईटी कानपुर डिफेंस कॉरिडोर में तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराएगा। एसआईडीएम के सुब्रतो ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कॉरिडोर के निर्माण में उत्तर प्रदेश को उत्तम सुरक्षा प्रदेश बनाने पर जोर दिया। बैठक में अतिथियों का स्वागत मंडलायुक्त कुमुदलता श्रीवास्तव ने किया। उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी दी। ग्रामीण अभियंत्रण सेवा मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह’ ने धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक में बेसिक शिक्षामंत्री राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल, श्रम राज्यमंत्री मनोहरलाल मन्नू कोरी और जनप्रतिनिधि एवं शासन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।