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Monday 23 April 2018 12:56:12 PM
जलालपुर (छपरा)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जलालपुर छपरा में छठी वाहिनी आईटीबीपी के नवनिर्मित मुख्यालय का उद्घाटन किया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर आईटीबीपी के देश और विदेशों में निभाए जा रहे कर्तव्यों की तारीफ करते हुए कहा कि आईटीबीपी विषम हिमालयी परिस्थितियों में देश की सेवा कर रहा और सरकार ने इस बल को जहां भी कोई चुनौती सौंपी है, उसका निर्वाह हिमवीरों ने पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी एवं समर्पण से किया है। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी को आधुनिक साजो-सामान से लैस करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है और बलों के शहीद कार्मिकों एवं उनके परिवार के कल्याण हेतु सरकार तत्पर है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आईटीबीपी के छपरा जनपद में होने से क्षेत्र का और द्रुतगति से विकास होगा और यहां के युवाओं को रोज़गार के अवसर मिलेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार आगमन पर केंद्रीय गृहमंत्री का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया और आईटीबीपी को भरपूर सहयोग प्रदान करने की बात कही। उन्होंने आईटीबीपी के छपरा जनपद में होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र के नौजवानों को पुलिसबलों में सेवा करने हेतु दिशा और प्रेरणा मिलेगी। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस अवसर को क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक बताते हुए आशा व्यक्त की कि आईटीबीपी के परिसर के यहां होने से क्षेत्र में कई सकारात्मक परिवर्तन होंगे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम के दौरान आईटीबीपी के 8 कार्मिकों उपसेनानी राकेश कुमार, निरीक्षक जितेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल सुखदेव दोनकारी, कांस्टेबल महेश कुमार, कांस्टेबल अमित नेगी को नक्सलियों से लोहा लेने, हेडकांस्टेबल सुजान सिंह को मजार-ए-शरीफ अफगानिस्तान में आग लगने की घटना पर काबू पाने, हेड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार एवं कांस्टेबल बिमन बिस्वास को धौलागिरि पर्वतारोहण अभियान में साथी पर्वतारोही की प्राणरक्षा करने हेतु वीरता के लिए सम्मानित किया। इस मौके पर सांसद राजीव प्रताप रूड़ी, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, ओमप्रकाश यादव, जनकराम, स्थानीय विधायक एवं पार्षद, आईटीबीपी, जिला प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। आईटीबीपी के डीजी आरके पचनंदा ने समारोह में गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और आईटीबीपी के आधुनिकीकरण और बेहतर कार्य परिस्थितियों के लिए गृह मंत्रालय के प्रयासों का उल्लेख किया।