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Thursday 26 April 2018 04:57:17 PM
कुशीनगर/ नई दिल्ली। कुशीनगर में तमकुही रोड और दुदाही रेलवे स्टेशन के बीच अवस्थित मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर रेल दुर्घटना पर केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने एक वक्तव्य जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि इस घटना की उच्चस्तरीय प्रशासनिक जांच का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना है, जिसमें आज प्रात: 6:45 पर 13 स्कूली बच्चों की मौत हो गई है। इस दुर्घटना में 7 घायल बच्चों का पडरौना सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेल मंत्रालय की ओर से मृत बच्चों के परिजनों को 2 लाख रुपये,गंभीर रूपसे घायलों को 1 लाख रुपयेऔर सामान्य रूपसे चोटिल को 50 हजार रुपये की अनुग्रह सहायता राशि दी जाएगी।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए हम हरसंभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कुशीनगर दुर्घटना के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं-कमर्शियल कंट्रोल वाराणसी- 05422224742, स्टेशन अधीक्षक सिवान-09771443944, स्टेशन अधीक्षक कप्तानगंज-9559715398, स्टेशन अधीक्षक देवरिया सदर-9794843924 और स्टेशन अधीक्षक पडरौना-9838784742 नंबर पर मौजूद हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर कुशीनगर इलाके में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर एक स्कूल वैन ट्रेन की चपेट में आ गई, जिसमें 13 बच्चों की तुरंत मौत हो गई और आठ घायल हो गए। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि घटनास्थल पर एक रेल मित्र था, जिसने स्कूल वैन को रोकने की कोशिश भी की, लेकिन वैन चालक ने वैन नहीं रोकी। उन्होंने कहा कि इस साल मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर हुई यह पहली घटना है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में भारतीय रेलवे की कुल 3,479 मानवरहित रेलवे क्रासिंग हैं।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि वर्ष 2014-15 से लेकर अब तक देश में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर कुल 109 हादसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे का मार्च 2020 तक मानवरहित क्रॉसिंग खत्म कर देने का लक्ष्य है। रेलवे के प्रवक्ता वेद प्रकाश ने बताया कि हादसा तब हुआ, जब थावे-कप्तानगंज यात्री ट्रेन की मानवरहित क्रॉंसिंग के गेट पर वैन से टक्कर हो गई। उन्होंने बताया कि ट्रेन सिवान से गोरखपुर जा रही थी, वैन में ड्राइवर कम से कम 25 बच्चे सवार थे, जिनमें दस साल तक की उम्र के बच्चे भी शामिल थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दु:ख प्रकट करते हुए कहा है कि लापरवाही करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि इस घटना में प्रथम दृष्टया गलती वैन चालक की लगती है, क्योंकि वह ईयर फोन लगाकर वाहन चला रहा था। उन्होंने हादसे में मारे गए बच्चों के परिजनों और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मैंने इस संबंध में गोरखपुर कमिश्नर को जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा नियमों का पालन कड़ाई से कराया जाए, खासकर जब स्कूली वाहन से बच्चे जाते हैं तो मानकों का पूरा ध्यान रखा जाए। घायलों को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज भी भेजा गया है।