स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 28 April 2018 01:58:55 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नगर के मुख्य चौराहे हजरतगंज पर यातायात पुलिस से यातायात को एक साल में भी नियंत्रित नहीं करा पाए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोगों को नसीहत दे रहे हैं कि वे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर ट्रैफिक कर्मियों से न उलझें। गौरतलब है कि हजरतगंज चौराहे पर बड़ी संख्या में यातायात पुलिस एवं सिविल पुलिस के सिपाही से लेकर अधिकारी तक रहते हैं, इसके बावजूद हजरतगंज चौराहे पर यातायात अराजक और अनियंत्रित है। राजधानी का कोई भी मुख्य मार्ग या चौराहा ऐसा नहीं है, जो यातायात और पुलिस की अव्यवस्था से अछूता हो। अक्सर इन स्थानों पर पुलिस को अवैध वसूली करते देखा जाता है, जिसमें कुछ लोग जब पुलिस से बचकर निकलने की कोशिश करते हैं, तो बदहवासी में दुर्घटनाएं भी होती हैं। लखनऊ का जब ये हाल है तो बाकी प्रदेश में यातायात में कैसी भयावह स्थिति होगी? बहरहाल मुख्यमंत्री ने जनता को ही सीख दी है कि वह सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करे, इससे हम स्वयं की और दूसरों की रक्षा कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से परिवहन विभाग की ‘परिवहन सुरक्षा रैली’ शुरू करते हुए कहा कि सड़क पर चलते समय लापरवाही बरतने से लोग दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं, ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि ट्रैफिक नियमों का पालन किया जाए और वाहनों को संभालकर चलाया जाए। उन्होंने कहा कि नियमों के उल्लंघन से अराजकता का माहौल बनता है और सभी को कठिनाई होती है। उन्होंने कहा कि यदि सभी लोग यातायात नियमों का पालन करेंगे तो ट्रैफिक व्यवस्थित हो जाएगा और दुर्घटनाएं कम होंगी। यह कार्यक्रम परिवहन विभाग के 29वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत हुआ है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सड़क पर सुरक्षित यात्रा वर्तमान समय में एक गंभीर चुनौती है और सुरक्षित सड़क यात्रा के लिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक मोटर वाहन चालक सड़क का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील रहे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सड़क पर वाहन चलाने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है, अतः सड़क यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए यातायात नियमों के प्रति जागरुकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझाना आवश्यक है कि दुपहिया वाहन चालक तथा पीछे बैठने वाले व्यक्ति मानक के अनुसार हेल्मेट अवश्य पहनें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क पर चलन वाले चार पहिया वाहन चालक और अन्य व्यक्ति अनिवार्य रूपसे सीट बेल्ट का उपयोग करें, वाहन चलाते समय किसी भी दशा में मोबाइल फोन अथवा इयरफोन का इस्तेमाल न करें, ऐसा करने दुर्घटनाओं में काफी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों का सबसे बड़ा कारण वाहन चालकों की लापरवाही, ओवर स्पीडिंग और शराब पीकर वाहन चलाना है, इनपर हर हाल में लगाम लगानी होगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और सड़क सुरक्षा के राज्य सरकार प्रयास कर रही है, रोड इंजीनियरिंग में सुधार करने के साथ-साथ ब्लैक स्पॉट्स के सुधार की कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक बनाने के लिए बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा संबंधी अध्याय को शामिल किया गया है, सड़क सुरक्षा ऑडिट को सड़कों के निर्माण में अनिवार्य बनाया गया है और चालकों के स्वास्थ्य, विशेषकर आंखों के परीक्षण हेतु निर्देश दिए गए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्टंट बाइकिंग की वजह से काफी दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें अक्सर नौजवानों की दर्दनाक मौत हो जाती है, इसीलिए राज्य सरकार ने स्टंट बाइकिंग पर लगाम लगाने के कड़े निर्देश दिए हैं, यातायात संबंधी नियमों का पालन करने के लिए चेकिंग की कार्रवाई भी नियमित रूपसे की जा रही है, हेल्मेट एवं सीट बेल्ट के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ प्रत्येक बुधवार को खासतौर पर ऐसी चेकिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर यदि किसी को रोका जाए तो वह इसके लिए ट्रैफिक कर्मियों से न उलझें, बल्कि इसे अपनी सुरक्षा के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम समझें।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सड़क सुरक्षा तथा यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने में परिवहन एवं पुलिस विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी और कर्मचारी पूरी संवेदनशीलता के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें, केवल सरकार के प्रयासों से ही वांछित परिणाम नहीं मिल सकता है, इसलिए यह आवश्यक है कि वाहन चालक एवं वाहन स्वामी, सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन करने के प्रति स्वयं जागरुक हों। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों से अपील की कि वे सड़क पर स्वयं की सुरक्षित यात्रा के साथ-साथ दूसरों की भी सुरक्षित यात्रा का हमेशा ध्यान रखें। उन्होंने अभिभावकों से अपेक्षा की कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि नाबालिग बच्चे किसी भी दशा में दोपहिया अथवा चार-पहिया वाहन न चलाएं।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षित यात्रा के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दुपहिया वाहन चालकों को हेल्मेट कानूनी बाध्यता की वजह से न लगाकर आत्मसुरक्षा की भावना से लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर अत्यंत गंभीर है। उन्होंने ट्रैफिक नियमों की जानकारी के लिए राजधानी के सरोजनीनगर क्षेत्र में ट्रैफिक पार्क का भी जिक्र किया। स्कूल प्रबंधन से उन्होंने अपेक्षा की है कि वे स्कूल बस या वैन चालकों का सत्यापन अवश्य करेंगे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव परिवहन आराधना शुक्ला और वरिष्ठ अधिकारी, स्कूली बच्चे एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।