स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 2 May 2018 12:26:50 PM
नई दिल्ली। भारत-जापान ऊर्जा पर 9वीं वार्ता बैठक नई दिल्ली में हुई, जिसमें भारत सरकार में ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री आरके सिंह और जापान के आर्थिक, व्यापार एवं उद्योग मंत्री हिरोशिगे सेको ने एक संयुक्त वक्तव्य पर हस्ताक्षर किए। बैठक में दोनों मंत्रियों ने बातचीत में कहा कि दुनिया की तीसरी आर्थिक शक्ति जापान और सातवीं आर्थिक शक्ति भारत ने यह महसूस किया है कि विश्वसनीय, स्वच्छ और किफायती ऊर्जा तक पहुंच उनके आर्थिक विकास के लिए जरूरी है और इसे हासिल करने के लिए ऊर्जा विकास के लिए द्विपक्षीय ऊर्जा सहयोग को और मजबूत करने पर दोनों मंत्रियों ने सहमति व्यक्त की।
भारत-जापान ऊर्जा वार्ता में दोनों देशों के मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कंवेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज के तहत राष्ट्रीय स्तरपर निर्धारित योगदान को लागू करने के उद्देश्य से डी-कार्बोनाइजेशन के लिए हाइड्रोजन समेत अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों के विकास और उनकी तैनाती के महत्व को महसूस किया। भारत और जापान दोनों ने परिवर्तनीय नवीकरणीय ऊर्जा की बेहतर पहुंच के लिए ग्रिड स्थिरता की प्रासंगिकता की सराहना की। दोनों देश अगली पीढ़ी शून्य उत्सर्जन वाहनों पर नीति वार्ता के साथ सहयोग करते हुए इलेक्ट्रिक वाहन के विकास की दिशा में बातचीत की पहल करने पर भी सहमति जताई।
भारत और जापान ने विश्वव्यापी ऊर्जा सुरक्षा, ऊर्जा तक पहुंच और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर योगदान करने पर सहमति व्यक्त की। दोनों देशों ने ऊर्जा मिश्रण में कोयला आधारित बिजली उत्पादन के निरंतर महत्व पर फिर जोर दिया और कोयले से निकले बिजली संयंत्रों के लिए पर्यावरणीय उपायों पर सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की। भारत और जापान ने ऊर्जा बाज़ार के बेहतर संचालन के संवर्द्धन के लिए मिलकर एक साथ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और गंतव्य खंड की छूट के माध्यम से पारदर्शी और विविध तरलीकृत प्राकृतिक गैस बाज़ार को भी बढ़ावा देने की पुष्टि की।