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Saturday 5 May 2018 12:59:57 PM
नई दिल्ली। भारतीय रेल मंत्रालय ने सृजनात्मकता के साथ स्वच्छता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सौंदर्यीकृत किए गए स्टेशनों के लिए सभी क्षेत्रीय रेलवे से नामांकन आमंत्रित किया था, जिसके तहत 11 क्षेत्रीय रेलवे से प्राप्त 62 प्रविष्टियों की समीक्षा कार्यकारी निदेशक स्टेशन विकास, दक्षिण मध्य रेलवे के मुख्य वाणिज्य प्रबंधक, कार्यकारी निदेशक पर्यटन और नॉर्थ ईस्ट फ्रंटीयर रेलवे के एक अधिकारी वाली मूल्यांकन समिति ने की। भारतीय रेल में सबसे सुंदर स्टेशन के रूपमें श्रेष्ठ कला को दिखाने के लिए मध्य रेलवे के बल्हारशाह और नागपुर मंडल के चंद्रपुर स्टेशनों को प्रथम पुरस्कार दिया गया है।
बल्हारशाह और चंद्रपुर रेलवे स्टेशनों को तादोबा वन की पेंटिंग और मूर्तिकला से सुसज्जित किया गया था। यात्रियों ने इसका स्वागत किया, उन्हें स्टेशन पर ही तादोबा-वन की वन्य जीव सुंदरता देखने को मिली। दोनों स्टेशनों को पुरस्कार राशि के रूप में 10 लाख रुपये दिए गए हैं। बिहार में पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले मधुबनी रेलवे स्टेशनों को मदुरै रेलवे स्टेशन के साथ दूसरे स्थान पर घोषित किया गया है। पिछले वर्ष अक्टूबर में केवल 10 दिन में 100 से अधिक कलाकारों ने मधुबनी स्टेशन को मधुबनी चित्रकारी से सजाया था।
मधुबनी चित्रकारी में मीनाक्षी अम्मन मंदिर में हुए विवाह समारोह में भगवान विष्णु की नववधु देवी मीनाक्षी को भगवान सुंदरेश्वरर को सौंपते हुए दिखाया गया है। इसके अतिरिक्त रेलवे स्टेशनों की अन्य दीवारों पर भी रंगीन चित्रकारी की गई है। द्वितीय पुरस्कार के विजेताओं को पुरस्कार राशि के रूपमें 5 लाख रुपये दिए गए। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा स्टेशन, पश्चिम रेलवे के गांधीधाम स्टेशन और दक्षिण मध्य रेलवे के सिकंदराबाद स्टेशन को तीसरा पुरस्कार विजेता घोषित किया गया, जिसे पुरस्कार राशि के रूपमें तीन लाख रुपये दिए गए। सिकंदराबाद स्टेशन को नया रूप दिया गया है और इसे चेरियाल कुंडलित चित्रकारियों से सजाया गया है। चेरियाल, तेलंगाना के वारंगल के निकट एक गांव है। चित्रकारी में प्रदर्शित वेशभूषा और विन्यास तेलंगाना की समृद्ध संस्कृति का प्रामाणिक प्रदर्शन है। इसमें शामिल किया गया ग्रामीण परिवेश विशेषता और आनंद प्रदान करता है।