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Monday 21 May 2018 05:41:56 PM
लखनऊ। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग योजना बैठक के मुख्य वक्ता और अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के उच्च शिक्षा संवर्ग के राष्ट्रीय प्रभारी महेंद्र कुमार ने कहा है कि विश्वव्यापी वैश्वीकरण के कदमों से भारतीय शिक्षा प्रणाली पर गहरा असर पड़ा है, इसके उच्च शिक्षा क्षेत्र में युवाओं का नामांकन तो बढ़ा है, किंतु हमारे कदम डिग्रीधारी बनने की ओर हैं, जबकि कौशल विकास और गुणवत्ता आज की मुख्य आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा में हो रहे ये परिवर्तन हमारे जीवन मूल्यों को कमजोर बना रहे हैं। यह कार्यक्रम यहां एसआर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट के सभागार में हुआ।
महेंद्र कुमार ने कहा कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था गुणवत्तायुक्त और जीवन मूल्यों पर आधारित रही है, इसीलिए 18वीं शताब्दी तक मूल्य आधारित शिक्षा व्यवस्था लागू करने की सीख लोग भारत से लेते थे। उन्होंने कहा कि अब हम जीवन मूल्यों को छोड़कर भौतिक मूल्यों की ओर बढ़ते हुए शिक्षा के क्षेत्र में डिग्री पर डिग्री धारक बना रहे हैं, जिसका यह प्रभाव है कि हममें गुणवत्ता बल और आत्मविश्वास की कमी हो रही है। महेंद्र कुमार ने संगठन की चर्चा करते हुए कहा कि किसी भी संगठन का एक ध्येय होता है और उस ध्येय को पाने के लिए कार्यकर्ता शक्ति उसकी ताकत होती है, हमारी जीवनचर्या कार्यपद्धति के अनुसार दैनंदिनी होनी चाहिए।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री ओमपाल सिंह ने अभ्यास वर्ग की पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए कहा कि अन्य शैक्षिक संगठनों के मुकाबले यह संगठन अधिकार से कर्तव्य को छोड़कर कर्तव्य से अधिकार के पथ पर चलता है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के विकास में शिक्षक केंद्र बिंदु होते हैं और वही राष्ट्र एवं समाज को ऊर्जा व दिशा देते हैं। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार सिंह ने कहा कि इस संगठन के कार्यकर्ता अपनी पूरी ऊर्जा के साथ ध्येय पर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी जो विचारधारा है, वह दिन पर दिन बढ़ रही है। एसआरजीआई के चेयरमैन पवन सिंह चौहान ने कहा कि विद्वान शिक्षकों की सेवा करके मैं भी अपने को धन्य मान रहा हूं और यह कार्यक्रम शैक्षिक उन्नयन की नई दिशा तय करेगा।
कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग कार्यक्रम का संचालन डॉ हरनाम सिंह ने किया। कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की अतिरिक्त महामंत्री निर्मला यादव, प्रदेश महामंत्री डॉ ऋषिदेव त्रिपाठी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवी सिंह नरवार, कोषाध्यक्ष सुरेशपति त्रिपाठी, उपाध्यक्ष डॉ सुषमा मिश्रा, डॉ मुनीश अग्रवाल, डॉ लवकुश मिश्रा, श्रीकृष्ण त्रिवेदी, भगवती सिंह, अजीत सिंह, संतोष कुमार सिंह, प्रोफेसर रामलखन सिंह, शिवशंकर सिंह, डॉउमेशचंद्र बाजपेई, मनीष दीक्षित, प्रोफेसर पुष्पेंद्र मिश्रा, डॉ अनीता त्यागी, डॉ विकास रॉय, कार्यालय सचिव डॉ संदीप बालियान, मीडिया प्रभारी राजदेव तिवारी, सह मीडिया प्रभारी दिनेश त्रिवेदी, शिक्षक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।