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भारत-कम्बोडिया वाणिज्य परिसंघ का प्रस्ताव

भारतीय व्यवसाय प्रमुखों से सीएलएमवी में निवेश का आग्रह

कम्बोडिया में 5वां भारत-सीएलएमवी व्यवसाय सम्मेलन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 25 May 2018 04:30:10 PM

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नई दिल्ली/ नोम पेन्ह। भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कम्बोडिया के वाणिज्य मंत्रालय के साथ मिलकर 5वें भारत-सीएलएमवी यानी कम्बोडिया, लाओस, म्यामा, वियतनाम व्यवसाय सम्मेलन का आयोजन कम्बोडिया की राजधानी नोम पेन्ह में किया, जिसके उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कम्बोडिया के उप प्रधानमंत्री ने की और इसमें भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने भी हिस्सा लिया। भारत में व्यवसाय सम्मेलन के चार सत्र के बाद इस क्षेत्र से बेहतर प्रतिभागिता के लिए कम्बोडिया में सम्मेलन के आयोजन की यह पहल भारत सरकार के वाणिज्य विभाग ने की थी, जिसमें भारतीय उद्योग परिसंघ संस्थागत साझेदार है।
भारत-सीएलएमवी व्यवसाय सम्मेलन में भारत, कम्बोडिया, म्यामां, वियतनाम और लाओ पीडीआर का वाणिज्य, उद्योग और व्यवसायिक प्रतिनिधिमंडन भी शामिल हुआ। सम्मेलन में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु के नेतृत्व में भारतीय उद्योग परिसंघ के अध्यक्ष डॉ नौशाद फोर्ब्स, व्यवसायिक प्रतिनिधि और कई जाने-माने भारतीय उद्योगों के प्रमुखों ने भी हिस्सा लिया। कम्बोडिया के उप प्रधानमंत्री ने कम्बोडिया में 5वें भारत-सीएलएमवी व्यवसाय सम्मेलन के आयोजन के लिए भारत के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने क्षेत्रीय एकता को बढ़ावा देने और मूल्य श्रृंखला विकसित करने के लिए सीएलएमवी देशों और भारत के बीच कृषि, स्वास्थ्य, पर्यटन, शिक्षा एवं सम्पर्क के क्षेत्र में समन्वय का आग्रह किया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने भारत-सीएलएमवी व्यवसाय और व्यापार सम्बंधों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बेहतर सम्पर्क, लघु और मध्यम उद्यमों को बढ़ावा देने, सेवा क्षेत्र विशेष रूपसे स्वास्थ्य देखभाल, पर्यटन, परिवहन और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने आजीविका और रोज़गार की समस्या से निपटने के लिए कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने और मूल्यवर्धन की आवश्यकता पर बल भी दिया। सुरेश प्रभु ने भारतीय व्यवसाय प्रमुखों से सीएलएमवी क्षेत्र में अधिक निवेश करने का आग्रह करते हुए कहा कि यह पूरे एशियाई देशों का प्रवेश द्वार है और इससे इन देशों के बड़े बाज़ारों तक पहुंच सुनिश्चित होगी। उन्होंने भारत और सीएलएमवी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यवसाय और व्यापारिक संबंधों को संस्थागत बनाने के लिए सीआईआई और कम्बोडिया के वाणिज्य परिसंघ के बीच संस्थागत साझेदारी के लिए भारत-कम्बोडिया वाणिज्य परिसंघ स्थापित करने का प्रस्ताव किया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने वियतनाम और लाओस में भी इसी प्रकार के द्विपक्षीय व्यवसाय फोरम स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। सुरेश प्रभु ने भारत-सीएलएमवी व्यवसाय सम्मेलन और अगले वर्ष से प्रतिवर्ष होने वाली भारत-सीएलएमवी व्यवसाय प्रदर्शनी के आयोजन के सहायता कोष को भी बढ़ाने की घोषणा की है, जिससे इन देशों के व्यापारियों और निर्यातकों के बीच संबंध और सुदृढ़ होंगे। सम्मेलन में लघु और मध्यम उद्यम, विनिर्माण, कृषि, पौधारोपण, मत्स्य पालन और इससे जुड़े उद्योग, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया।

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