स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 28 May 2018 12:09:31 PM
लखनऊ। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राजनेता एवं सांसद लालजी टंडन की पुस्तक ‘अनकहा लखनऊ’ का विमोचन किया। उपराष्ट्रपति ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि लालजी टंडन ने अपनी लेखनी के माध्यम से ‘अनकहा लखनऊ’ में उन बातों का जिक्र किया है, जिनका उल्लेख इतिहास की पुस्तकों में भी नहीं है। उन्होंने कहा कि लालजी टंडन ने पुस्तक में यहां के सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक एवं सांस्कृतिक पहलुओं के अनछुए बिंदुओं पर अपनी रचनाधर्मिता की है। वेंकैया नायडू ने कहा कि लखनऊ की गंगा-जमुनी संस्कृति पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, यह शहर सर्वधर्म समभाव के प्रतीक के रूपमें जाना जाता है, यहां हिंदू-मुस्लिम एकदूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं और परस्पर सौहार्द को बनाए रखते हैं। यह कार्यक्रम साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर लखनऊ में हुआ था।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि हम विभिन्न मजहबों के हो सकते हैं, लेकिन हमारी जीवन पद्धति एक है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक लखनऊ के इतिहास के लिए एक दस्तावेज़ के रूपमें महत्वपूर्ण है और यह पुस्तक अवध की संस्कृति के नए वाहक के रूपमें आम लोगों में पसंद की जाएगी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जहां शांति होती है, वहीं विकास भी होता है, हम जिस रामराज्य की बात करते हैं, वह एक आदर्श राज्य है, इसमें भय, भूख, भ्रष्टाचार और भेदभाव से रहित समाज की संकल्पना है, वही सच्चा रामराज्य है। उन्होंने कहा कि एक नागरिक के रूपमें यदि हम अपने दायित्वों का निर्वहन करते हैं, तभी देश का सर्वांगीण विकास हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक भी कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि लालजी टंडन ने पुस्तक में लखनऊ की संस्कृति और यहां की समृद्ध परम्परा को प्रस्तुत किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लालजी टंडन की यह पुस्तक लखनऊ के विषय में एक चलता-फिरता विश्वकोश है। उन्होंने कहा कि जिन तथ्यों को इतिहासकारों ने कभी उजागर नहीं किया, उसे लोगों के सामने प्रस्तुत करने का जो काम लालजी टंडन ने किया है, वह सराहनीय है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लेखन एक कला है, जिसकी विशिष्टता है कि पाठक उसमें डूब जाए, लेखन व्यक्ति की रचनात्मकता को व्यक्त करता है।
अनकहा लखनऊ पुस्तक के लेखक लालजी टंडन ने कहा कि लखनऊ की विरासत पूरी दुनिया में अलग पहचान रखती है। उन्होंने कहा कि अवध प्राचीनतम राज्यों में से एक है, इसका हजारों साल का इतिहास है, इसे सिर्फ 100 साल या उससे कम के कालखंड में सीमित करना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि यहां की कुछ विशेषताएं हैं, जो अनकही हैं। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित, उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद महेंद्रनाथ पांडेय, लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया, पुस्तक के सम्पादक विनय जोशी, पुस्तक प्रेमी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।