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Tuesday 29 May 2018 03:10:18 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर की आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए। तीन आसियान देशों की पांच दिन की यात्रा में वे सबसे पहले इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री ने इन देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले इनके सम्बंध में जानकारी देते हुए एक वक्तव्य में बताया है कि मैं 29 मई से 2 जून 2018 तक इन देशों की यात्रा पर रहूंगा। उन्होंने कहा कि भारत के इन सभी तीन देशों के साथ मजबूत रणनीतिक रिश्ते रहे हैं और वे इन देशों के शीर्ष नेतृत्व के साथ आपसी हितों के मामलों पर बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के निमंत्रण पर मैं 29 मई को जकार्ता में रहूंगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर इंडोनेशिया की यह मेरी पहली यात्रा है और मैं राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ होने वाली बातचीत को लेकर उत्साहित हूं, साथ ही इस बात का भी उत्साह है कि भारत-इंडोशिया के कार्यकारी अधिकारियों के साथ संयुक्त वार्ता होनी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-इंडोनेशिया के बीच मजबूत और मैत्रीपूर्ण रिश्ते हैं और इनके बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध बेहद गहरे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों का समाज बहुजातीय, बहुधार्मिक और आपस में एक-दूसरे से घुलमिलकर रहने वाला है, दोनों देशों के समाजों में बहुत खुलापन है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि इंडोनेशिया की इस यात्रा से एशिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच तालमेल बढ़ेगा और इससे द्विपक्षीय संबंध भी प्रगाढ़ होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि 31 मई को सिंगापुर जाते वक्त नए नेतृत्व को बधाई देने के लिए मैं थोड़ी देर के लिए मलेशिया में रूकूंगा और मलेशिया के नए प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद से मुलाकात करूंगा। उन्होंने कहा कि सिंगापुर में मैं फिनटेक, कौशल विकास, शहरी नियोजन और आर्टिफिशियल एंटेलिजेंस के क्षेत्रों में भारत-सिंगापुर भागीदारी को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करूंगा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि शहरी विकास, योजना, स्मार्ट सिटी और बुनियादी ढांचे के विकास जैसे क्षेत्रों में सिंगापुर की कंपनियां भारत की प्रमुख भागीदार बन गई हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सिंगापुर की यात्रा भारत-सिंगापुर के संबंधों को और भी मजबूती प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि 31 मई को मैं भारत-सिंगापुर उद्यम और नवाचार प्रदर्शनी का दौरा करूंगा, मैं व्यापार और निवेश के अवसरों पर चर्चा करने के लिए सिंगापुर के चुनिंदा शीर्ष सीईओ के साथ एक गोलमेज बैठक के बाद एक व्यापार और सामुदायिक कार्यक्रम को भी संबोधित करूंगा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर की मेरी यात्रा भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी को और बढ़ावा देगी एवं सभी तीन देशों के साथ भारत के संबंधों और कार्यों को सशक्त बनाएगी। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं 1 जून को सिंगापुर के राष्ट्रपति हलीमा याकोब से मुलाकात करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली के साथ प्रतिनिधिमंडलस्तरीय वार्ता और नान्यांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी में युवा छात्रों से बातचीत करूंगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं शांगरी-ला डॉयलॉग में हिस्सा लूंगा और यह पहला अवसर होगा, जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम को संबोधित करेगा, यह क्षेत्रीय सुरक्षा के मसलों और इस क्षेत्र में शांति व स्थिरता पर भारत के दृष्टिकोण को स्पष्ट करने का अवसर होगा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं 2 जून को क्लिफोर्ड पियर में एक पट्टिका का अनावरण करूंगा, जहां 27 मार्च 1948 को गांधीजी की अस्थियां समुद्र में प्रवाहित की गई थीं, मैं धार्मिक स्थलों पर भी जाऊंगा, जिनका भारत के साथ सांस्कृतिक जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यक्रम का अंतिम हिस्सा सिंगापुर में चंगी नौसेना बेस की यात्रा होगी, जहां मैं भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुरा का दौरा करूंगा, साथ ही भारतीय नौसेना और रॉयल सिंगापुर नौसेना के अधिकारियों और नाविकों से बातचीत भी करूंगा।