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कंप्यूटर ने हमारा जीवन बदल दिया-मोदी

'स्वयं पर भरोसा रखें और अवसर के अनुरूप तैयार रहें'

प्रधानमंत्री का नान्यांग प्रौद्योगिकी विवि का भ्रमण

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 1 June 2018 06:30:08 PM

narendra modi visiting the nanyang technological university

सिंगापुर/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सिंगापुर में नान्यांग प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। छात्रों के साथ संवाद के दौरान उन्होंने छात्रों के सवालों के जवाब दिए। एशिया के समक्ष 21वीं सदी में चुनौतियों पर आधारित एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अक्सर कहा जाता है कि 21वीं सदी एशिया की सदी होगी, यह आवश्यक है कि हम स्वयं पर भरोसा रखें और हमें यह जानना चाहिए कि अब हमारी बारी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अवसर के अनुरूप हमें अपने को तैयार करना चाहिए और हमें इसका नेतृत्व करना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई बैठक का जिक्र किया। उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एक दस्तावेज़ सौंपा था, जो बताता है कि पिछले 2,000 वर्ष में से 1,600 वर्ष के दौरान वैश्विक जीडीपी में भारत और चीन की सम्मिलित हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक रही है और इसे बिना संघर्ष के हासिल किया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें बिना संघर्ष के कनेक्टिविटी बढ़ाने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेहतर प्रशासन के क्षेत्र में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को विशेष भूमिका निभानी है, यह आम लोगों के जीवन को बेहतर बना सकता है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी अवसंरचना विकास के सटीक मानचित्रण में हमारी मदद कर सकता है, जैसे कहां हमें स्कूलों, सड़कों, अस्पतालों आदि की अधिक आवश्यकता है?
नरेंद्र मोदी ने परंपरा और वैश्वीकरण में संतुलन से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि नवोन्मेष, नैतिकता और मानवीय मूल्यों के आधार पर सदियों से मानवता ने विकास किया है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी मानवीय रचनात्मकता को सहायता प्रदान कर रही है, सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मों ने लाखों लोगों को अपने विचार व्यक्त करने का मौका दिया है। उन्होंने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति के युग में समावेशी विकास को सुनिश्चित करना चाहिए, क्योंकि व्यवधान का अर्थ विनाश नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी लोगों को सशक्त बनाती है और प्रौद्योगिकी आधारित समाज, सामाजिक बाधाओं को समाप्त करता है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी को सस्ता और उपयोगकर्ता अनुकूल होना चाहिए, कभी लोग कम्प्यूटर के प्रति आशंकित रहते थे, परंतु कंप्यूटरों ने हमारे जीवन को बदलने में सहायता प्रदान की है, बल्कि हमारा जीवन बदल दिया है।

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