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Friday 15 June 2018 05:12:39 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूपमें विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के बाधारहित आवागमन के दृष्टिगत अयोध्या के सभी मार्गों का सुदृढ़ीकरण, चौड़ीकरण या मरम्मत, जो भी आवश्यक है, किया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिया कि अयोध्या में मार्गों पर अच्छी प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, अयोध्या की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए, पर्यटकों के लिए पेयजल, शौचालय, विश्रामालय, धर्मशालाओं इत्यादि की व्यवस्था की जाए। उन्होंने पंचकोसी, चौदहकोसी और चौरासीकोसी परिक्रमाओं के मार्गों को सुव्यवस्थित बनाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शास्त्रीभवन में भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत रामायण सर्किट थीम, अयोध्या में निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए प्रस्तुतिकरण को देखते हुए ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या के सभी पौराणिक स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाए, साथ ही खुले क्षेत्रों में जगह-जगह पर वनीकरण कराया जाए। सरयू की ड्रेजिंग करवाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि नदी का जल एकदम स्वच्छ होना चाहिए, ताकि स्नानार्थियों को कोई असुविधा न हो, साथ ही नदी का जल प्रवाह भी ठीक होना चाहिए और सरयूजी में नालों का पानी आने से रोकने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने अयोध्या शहर में बिजली के तारों की अंडरग्राउंड केबलिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि अनावश्यक खम्भों को हटाया जाए, ताकि रास्ते के व्यवधान खत्म हों और आवागमन सुविधाजनक हो सके।
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में यात्रियों की सुविधा के लिए पर्यटन आवास गृह, धर्मशालाओं, विश्रामालय इत्यादि के निर्माण के निर्देश देते हुए कहा कि सभी निर्माण कार्यों में स्थानीय स्थापत्य की झलक दिखनी चाहिए। उन्होंने नागेश्वरनाथ मंदिर तक के पहुंच मार्ग का सुदृढ़ीकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अयोध्या में अच्छे होटलों के निर्माण को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अयोध्या को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूपमें विकसित करने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने अयोध्या में इस वर्ष होने वाले दीपोत्सव पर आकर्षक आतिशबाजी की व्यवस्था करने और कुम्भ-2019 के मद्देनजर अयोध्या, चित्रकूट, इलाहाबाद तथा अन्य महत्वपूर्ण स्थानों को 4 लेन मार्गों से आपस में जोड़ने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतिकरण देते हुए अपर मुख्य सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी ने उन्हें अयोध्या में कराए जा रहे कार्यों की प्रगति के विषय में अवगत कराया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि भारत सरकार की इस योजना के तहत अबतक लगभग 15 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गई है और इस परियोजना के तहत रामकथा गैलरी एवं क्वीन हो मेमोरियल, बस डिपो का निर्माण, दिगम्बर अखाड़े में मल्टीपरपज हॉल का निर्माण, पुराने बस स्टैंड पर कार पार्किंग, राम की पौड़ी के सौंदर्यीकरण का कार्य, सिटी वाइड इंटरवेंशन कार्य, अयोध्या मुख्यमार्ग एवं फुटपाथ के नवीनीकरण का कार्य, चैक अयोध्या से हनुमानगढ़ी, कनक भवन होते हुए राम की पौड़ी तक पैदल यात्री मार्ग के नवीनीकरण का कार्य, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर यात्री शेल्टर का कार्य, पटेश्वरी देवी मंदिर का कार्य तथा रेलवे स्टेशन अयोध्या पर टीआईसी बूथ का कार्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि रामकथा गैलरी एवं क्वीन हो मेमोरियल का 25 प्रतिशत कार्य हो चुका है। इसे अक्टूबर 2018 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। योगी आदित्यनाथ को प्रस्तुतिकरण के दौरान सिंचाई विभाग ने अयोध्या के गुप्तार घाट परियोजना की प्रगति के बारे में भी अवगत कराया गया। इसके संदर्भ में प्रमुख सचिव सिंचाई ने बताया कि नवनिर्मित घाट की लम्बाई 800 मीटर होगी।
जनपद फैजाबाद में घाघरा (सरयू) नदी के दायें तट पर निर्मित गुप्तार घाट के 100 मीटर अपस्ट्रीम में घाट निर्माण का कार्य किया जाएगा, इसी प्रकार जनपद फैजाबाद में घाघरा (सरयू) नदी के दायें तट पर निर्मित गुप्तार घाट के 700 मीटर डाउनस्ट्रीम में घाट निर्माण का कार्य किया जाएगा। पूर्व निर्मित गुप्तार घाट की मरम्मत का कार्य भी कराया जाएगा। मॉडर्न चेजिंग रूम, गजीबो एवं साइनेज इत्यादि लगाने का कार्य भी कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कार्य में तेजी लाते हुए इसे समयबद्धता के साथ गुणवत्तापरक ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने रामायण सर्किट के तहत चित्रकूट के कार्यों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, मुख्य सचिव राजीव कुमार, अपर मुख्य सचिव वन रेणुका कुमार और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।