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Tuesday 19 June 2018 04:43:39 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गृह मंत्रालय में एक समीक्षा बैठक में अनैतिक गतिविधियों के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने पर चिंता व्यक्त करते हुए साइबर अपराध की नई चुनौतियों के प्रति सावधान रहने और साइबर सुरक्षा में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा है। उन्होंने इस प्रकार की चुनौतियों से निपटने के लिए कानून लागू करने वाली एजेंसियों की दक्षता बढ़ाने का निर्देश दिया। राजनाथ सिंह ने संवेदनशील क्षेत्रों में प्रस्तावों की त्वरित सुरक्षा मंजूरी के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि 4 साल पहले प्रस्तावों की स्वीकृति की औसतन अवधि 120 दिन थी, जो अब घटकर 53 दिन की हो गई है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रस्तावों की प्रक्रिया के लिए प्रशासनिक मंत्रालयों के साथ समन्वय कर ऑनलाइन प्रणाली का उपयोग करते हुए मंजूरी देने के समय को और कम करने का निर्देश दिया और कहा कि इससे दक्षता एवं निगरानी बढ़ेगी। समीक्षा बैठक में बाल यौन चित्रण और अन्य अश्लील सामग्री फैलाने के लिए अत्यधिक इंटरनेट के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए गृहमंत्री ने साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करने के लिए जल्द ऑनलाइन पोर्टल लांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके जरिए पीड़ित, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में शिकायत दर्ज कर सकेंगे, जिसकी जांच और ऐसी सामग्री को हटाने के लिए कार्रवाई संबंधित एजेंसियों द्वारा की जाएगी।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बढ़ते साइबर अपराधों के खिलाफ अधिक सतर्कता बरतने और गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सभी संगठनों के आईटी बुनियादी ढांचे का नियमित साइबर ऑडिटिंग करने को कहा। उन्होंने सरकारी क्षेत्र के राष्ट्रीय सूचना सुरक्षा नीति और दिशा-निर्देश के आधुनिकीकरण और उन्नयन का भी निर्देश दिया। उन्होंने फोन के जरिए धोखाधड़ी कर भोली-भाली जनता से धन ठगने की घटनाओं पर जनजागरुकता बढ़ाने और ऐसी जालसाजी रोकने के लिए संस्थागत ढांचे को सुदृढ़ करने पर बल दिया। बैठक में गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।