स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत-यूएई में ईंधन एवं पेट्रोरसायन पर करार

सऊदी अरामको व एडनॉक ने किए एमओयू पर हस्‍ताक्षर

यूएई की भारत में निवेश की रणनीतिक भागीदारी बढ़ी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 25 June 2018 05:16:04 PM

mou between saudi aramco & adnoc to invest in the proposed ratnagiri refinery

नई दिल्ली। सऊदी अरामको और एडनॉक ने महाराष्‍ट्र के रत्‍नागिरी में एकीकृत रिफाइनरी एवं पेट्रोरसायन परिसर को संयुक्‍त रूपसे विकसित एवं निर्मित करने के लिए आज भारत सरकार के साथ एक करार किया है। यह परियोजना रत्‍नागिरी रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्‍स लिमिटेड क्रियांवित करेगी। भारत के आधिकारिक दौरे पर आए संयुक्‍त अरब अमीरात के विदेश एवं अंतर्राष्‍ट्रीय सहयोग मंत्री शेख अब्‍दुल्‍ला बिन जायेद बिन सुल्‍तान अल नहयान और भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में एक कार्यक्रम में सऊदी अरामको के प्रेसीडेंट एवं सीईओ अमीन एच नसीर और संयुक्‍त अरब अमीरात के स्‍टेट मंत्री एवं एडनॉक ग्रुप के सीईओ सुल्‍तान अहमद अल जबेर ने सहमति पत्र पर हस्‍ताक्षर किए।
सऊदी अरामको ने इससे पहले 16वें अंतर्राष्‍ट्रीय ऊर्जा फोरम मंत्रिस्‍तरीय शिखर सम्‍मेलन में 11 अप्रैल 2018 को भारतीय कंसोर्टियम के साथ एक एमओयू पर हस्‍ताक्षर करके इस परियोजना से अपना जुड़ाव सुनिश्चित किया था। सऊदी अरामको ने एक विदेशी निवेशक के रूपमें इस परियोजना में सहनिवेश के लिए एक अन्‍य रणनीतिक भागीदार के रूपमें शामिल होने की इच्‍छा जताई थी। आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल वाले भारतीय सार्वजनिक उपक्रमों के एक कंसोर्टियम द्वारा प्रवर्त‍ित आरआरपीसीएल के विदेशी रणनीतिक साझेदार अब सऊदी अरामको और एडनॉक होंगे। यह परियोजना भारतीय कंसोर्टियम और सऊदी अरामको एवं एडनॉक के बीच 50:50 प्रतिशत की संयुक्‍त अंशभागिता वाले उद्यम के रूपमें स्‍थापित की जाएगी। यह भारत के परिशोधन क्षेत्र में सर्वाधिक एकल विदेशी निवेश है।
भारत और यूएई की इस रणनीतिक भागीदारी से विश्‍वभर में अपनी वाणिज्यिक मौजूदगी दर्ज कराने वाली इन तेल कंपनियों की कच्‍चे तेल की आपूर्त‍ि, संसाधन, प्रौद्योगिकियां, अनुभव एवं विशेषज्ञता एकजुट हो गई हैं। उदाहरण के लिए मेगा रिफाइनरी प्रतिदिन 1.2 मिलियन बैरल कच्‍चे तेल का प्रसंस्‍करण करने में सक्षम होगी। यह रिफाइनरी बीएस-VI ईंधन दक्षता मानकों पर खरे उतरने वाले पेट्रोल एवं डीजल सहित अनेक परिशोधित पेट्रोलियम उत्‍पादों का उत्‍पादन करेगी। यह रिफाइनरी उस एकीकृत पेट्रोरसायन परिसर के लिए आवश्‍यक कच्‍चा माल भी सुलभ कराएगी, जो प्रतिवर्ष लगभग 18 मिलियन टन पेट्रोरसायन उत्‍पादों का उत्‍पादन करने में सक्षम होगा।
रत्‍नागिरी रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्‍स लिमिटेड की गिनती विश्‍व की सबसे बड़ी परिशोधन एवं पेट्रोरसायन परियोजनाओं में होगी और इसकी डिजाइनिंग कुछ इस तरह से की जाएगी, जिससे कि वह भारत में तेजी से बढ़ती ईंधन एवं पेट्रोरसायन मांग को पूरा करने में समर्थ हो पाए। इस परियोजना पर लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी। गौरतलब है कि रत्‍नागिरी रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्‍स लिमिटेड एक संयुक्‍त उद्यम कंप‍नी है, जिसका गठन आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल के बीच क्रमश: 50:25:25 प्रतिशत की इक्विटी भागीदारी के साथ 22 सितम्‍बर 2017 को हुआ था। इस कंपनी को महाराष्‍ट्र के रत्‍नागिरी में 60 एमएमटीपीए की क्षमता वाली एकीकृत रिफाइनरी एवं पेट्रोरसायन परियोजना क्रियांवित करनी है। पेट्रोरसायन का अनुमानित उत्‍पादन लगभग 18 एमएमटीपीए होने की आशा है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]