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संत कबीर के यहां पहुंचे मोदी और योगी

प्रधानमंत्री ने संत कबीर की मजार पर चादर चढ़ाई

मेरी मगहर आने की इच्छा पूरी हुई-नरेंद्र मोदी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 29 June 2018 02:13:25 PM

pm narendra modi

संत कबीरनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संत कबीर की जन्मस्‍थली मगहर पहुंचे और महान कवि एवं संत कबीरदास की 500वीं पुण्‍यतिथि पर उनकी मजार पर पुष्‍पांजलि अर्पित करते हुए उसपर चादर चढ़ाई। प्रधानमंत्री ने संत कबीर गुफा के दर्शन किए, संत कबीर अकादमी की आधारशिला की पहचान के रूपमें एक पट्टिका का अनावरण किया और एक जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मगहर की पवित्र भूमि पर महान संत कबीर को श्रद्धांजलि अर्पित करते ही मेरी वर्षों पुरानी इच्‍छा पूरी हो गई, क्योंकि यह वह जगह है, जहां संत कबीर, गुरू नानक और बाबा गोरखनाथ ने आध्‍यात्‍मिक चर्चाएं की थीं। उन्होंने कहा कि संत कबीर अकादमी इस महान संत के उपदेशों और विचारों को और ज्यादा फैलाने का कार्य करेगी, उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय भाषाओं और लोक कलाओं के साथ ही संत कबीर की महान विरासत का संरक्षण करेगी। यह अकादमी 24 करोड़ रुपये से विकसित और संरक्षित होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संत कबीर भारत की आत्‍मा के सार का प्रतिनिधित्‍व करते हैं। उन्‍होंने कहा कि संत कबीर ने जातिबंधनों को तोड़ा और आमजन की भाषा में शिक्षाप्रद एवं प्रेरणात्मक विचार रखे। प्रधानमंत्री ने कहा कि संत कबीर के उपदेश नए भारत की दृष्‍टि को आकार देने में मदद करेंगे। केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा भी कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि संत कबीर की अतुलनीय विरासत ने समाज के सभी तबकों को एकजुट किया है और हम उनकी शिक्षाओं में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संदेश को आसानी से ग्रहण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संस्कृति मंत्रालय उन महान पुरुषों के जीवन और कर्मों पर अनेक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है, जिन्होंने भारत को एक महान राष्ट्र बनाया है। उन्होंने बताया कि संत कबीर के साहित्य की महिमा पेश करने के लिए संस्कृति मंत्रालय ने दो दिवसीय महोत्सव आयोजित किया है, जिसके तहत संगीतमय थियेटर प्रदर्शन के साथ विभिन्न लोकसंगीत एवं नृत्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें देशभर के कलाकार भाग ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि संत कबीरदास ने रूढ़ियों के विरुद्ध आवाज़ उठाई थी और बनारस से मगहर आकर इस भ्रम को तोड़ा था कि मगहर में मरने से नर्क मिलता है। उन्होंने कहा कि कबीर के दर्शन को वैश्विक स्वरूप प्रदान करने की पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है, उनके ही मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार भी राम, कृष्ण एवं बौद्ध सर्किट, प्रासाद तथा स्वदेश दर्शन योजनाओं के माध्यम से आध्यात्मिक महत्व के स्थानों का विकास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदैव से उपेक्षित पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष प्रयास किए हैं। योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को स्मृति चिन्ह के रूपमें संत कबीर का चित्र भेंट किया। संत कबीर समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, संत कबीरनगर के सांसद शरद त्रिपाठी, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिवप्रताप शुक्ल, प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सांसद डॉ महेंद्रनाथ पांडेय, मुख्य सचिव राजीव कुमार, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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