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Friday 29 June 2018 06:51:44 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने आज दिल्ली में एक कार्यक्रम में एक मोबाइल एप लांच किया है, जिसका नाम ‘रीयूनाईट’ है। यह एप भारत में खोए हुए बच्चों का पता लगाने में सहायता प्रदान करेगा। सुरेश प्रभु ने कहा कि खोए हुए बच्चों को उनके माता-पिता से मिलाने का यह प्रयास तकनीक के उपयोग को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह एप जीवन से जुड़ी सामाजिक चुनौतियों से निपटने में भी मदद करेगा।
केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने बताया कि रीयूनाईट एप के माध्यम से माता-पिता बच्चों की तश्वीरें, बच्चों के विवरण जैसे नाम, पता, जन्म चिन्ह आदि अपलोड कर सकते हैं, पुलिस स्टेशन को रिपोर्ट कर सकते हैं और खोए बच्चों की पहचान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि खोए हुए बच्चों की पहचान करने के लिए एमेजनरिकोगनिशन, वेब आधारित फेशियल रिगोगनिशन जैसी सेवाओं का उपयोग किया जा रहा है। यह एप एंड्राएड और आईओएस दोनों ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध है।
सुरेश प्रभु ने इस एप को विकसित करने के लिए स्वयंसेवी संगठन बचपन बचाओ आंदोलन और कैपजेमिनी की सराहना की। उन्होंने बताया कि बच्चों की सुरक्षा के संदर्भ में बचपन बचाओ आंदोलन भारत का सबसे बड़ा आंदोलन है और इसने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण से संबंधित कानून निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह आंदोलन 2006 के निठारी मामले से शुरू हुआ। इस अवसर पर नोबल सम्मान प्राप्तकर्ता और बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी भी उपस्थित थे।