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Wednesday 06 March 2013 08:27:18 AM
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद ने केंद्र सरकार को चेताया है कि वह पड़ोसी देश बंग्लादेश में हिंदू समाज पर लगातार हो रहे प्रहारों को रोके और भारत में गैर कानूनी रूप से रह रहे करोड़ों बांग्लादेशियों को भारत से बाहर निकाले। विहिंप ने बुधवार को दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी किया।
विहिंप दिल्ली के महामंत्री सत्येंद्र मोहन ने देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भेजे पत्र में कहा है कि बंग्लादेश में हिंदू मंदिरों व हिंदू घरों को तोड़ा व जलाया जा रहा है, इसे न सिर्फ़ अविलंब रोका जाए, बल्कि वे इस बात को भी सुनिश्चित कराएं कि बंग्लादेश की धरती पर फिर कभी किसी हिंदू धर्मावलंबी की आस्था व जान-माल पर चोट न पहुंच सके। इसके अलावा केंद्र की यूपीए सरकार जिस प्रकार बंग्लादेशियों को आयातित वोट बैंक के रूप में बसा रही है, उससे देश एक गंभीर ख़तरे की ओर बढ़ रहा है।
विहिंप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि पड़ोसी देश में हिंदुओं का बडे़ पैमाने पर उत्पीड़न हो रहा है और केंद्र की यूपीए नीति सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। ढाका में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के होटल के पास विस्फोट पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने भारत सरकार से कहा है कि उनकी सुरक्षा को और मजबूत किया जाए। इसके अलावा पत्र में राष्ट्रपति से आग्रह किया गया है कि वे अपनी बंग्लादेश यात्रा के दौरान वहां रह रहे हिंदुओं की जान-माल व धार्मिक आस्था केंद्रों की सुरक्षार्थ सभी व्यवस्था करवाएं, जिससे भविष्य में वहां कोई किसी भी हिंदू का उत्पीड़न न कर सके। विनोद बंसल ने बताया कि विहिंप दिल्ली के महामंत्री के हस्ताक्षरित पत्र में उनसे यह भी निवेदन किया गया है कि बंग्लादेशी सीमा से खुलेआम घुसपैठ हो रही है और अब तक तीन करोड़ से अधिक बंग्लादेशी भारत के लिए अभिशाप बन चुके हैं, इस समस्या को भी गंभीरता से लिया जाए नहीं तो आम भारतवासी का जीना दूभर हो जाएगा।
बांग्लादेश में हिंदू समाज पर लगातार प्रहारों से छुब्ध विश्व हिंदू परिषद ने जंतर-मंतर पर जमकर प्रदर्शन करते हुए भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। इस अवसर पर विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ताप्रकाश शर्मा एडवोकेट ने कहा कि हिंदुओं पर हमलों की बात आते ही आखिर हमारी सरकारें आंख व कान मूंद कर क्यों बैठ जाती हैं, बड़े पैमाने पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हुए और हजारों हिंदू वहां से पलायन को मजबूर हैं, किंतु बेहद दुर्भाग्य पूर्ण है कि हमारे राष्ट्रपति की तीन दिवसीय बांग्लादेश यात्रा कल ही समाप्त हुई है और वे भी इस गंभीर विषय पर मौन रहे।
विहिंप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि ज्ञापन की प्रति भारत में बांग्लादेशी दूतावास व अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के साथ विदेश मंत्रालय को भी भेजी गई है, जिससे पीड़ित हिंदुओं को अविलंब न्याय दिलाया जा सके और वे सुरक्षित जीवन जी सकें। बड़ी संख्या में एकत्र विहिंप बजरंग दल व अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सत्येंद्र मोहन व बजरंग दल के प्रांत संयोजक शिव कुमार ने भी केंद्र सरकार व अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को चेताया कि वह हिंदुओं को जिहादी कसाईयों का आसान ग्रास बनने से बचाएं। भारत सरकार सुनिश्चित करे कि बंग्लादेश की धरती पर जिहादियों के नंगे नाच को रोका जाए और जो लोग वहां से पलायन को मजबूर हैं, उन्हें सीमा पर ही सीमा सुरक्षा बल के शिविरों की ओर से सुरक्षा व सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। विहिंप ने मांग की कि भारत सरकार तुरंत यथोचित कार्रवाई करे तथा विश्व भर के मानवाधिकार संगठन अपना मौन तोड़ कर पीड़ित हिंदुओं की रक्षार्थ आगे आएं।
प्रदर्शनकारियों को विहिंप के प्रांत उपाध्यक्ष ब्रजमोहन सेठी, सरदार उजागर सिंह व जगन्नाथ बंसल, मंत्री राम पाल सिंह, संगठन मंत्री करुणा प्रकाश, दुर्गा वाहिनी संयोजक संजना चौधरी, सह मीडिया प्रमुख मनीष राय, बजरंग दल के नीरज दोनेरिया व दीपक सिंह, अखंड हिंदुस्थान मोर्चे के कार्याध्यक्ष संदीप आहूजा तथा हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता सहित अनेक लोगों ने संबोधित किया। सभी ने मारे गए हिंदुओं को श्रद्धांजलि व हताहतों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रभु से कामना भी की।