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Saturday 21 July 2018 07:15:04 PM
शाहजहांपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाहजहांपुर में भारतीय जनता पार्टी की ठीक वैसी ही किसान रैली को संबोधित किया, जैसी 2014 में लोकसभा चुनाव पूर्व बरेली में भाजपा की पहली किसान रैली संबोधित की थी। वह एक यादगार और विजयी किसान रैली थी, जो कभी भूली नहीं जा सकी है और यह भी एक यादगार किसान कल्याण रैली के रूपमें दर्ज हुई है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2019 की लोकसभा में जीत का मार्ग प्रशस्त करने के लिए याद की जाएगी। रौजा में रेलवे मैदान में इस किसान कल्याण रैली में नरेंद्र मोदी के तेवर आत्मविश्वास से भरे और भावी लोकसभा चुनाव में भी जीत के विश्वास से लबरेज़ दिखे। लोकसभा में कल विश्वासमत हासिल करने के दौरान उन्होंने जिस तरह विपक्ष के हमलों को तेजहीन किया, जिस बुलंद हौसले से टीडीपी एवं कांग्रेस प्रायोजित विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा में धराशायी कर आज शाहजहांपुर में किसान कल्याण रैली में गरजे, वह साहस विपक्ष के महागठबंधन का मनोबल तोड़ देने के लिए सफल हुआ। लोकसभा में कल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जो व्यवहार किया, नरेंद्र मोदी ने शाहजहांपुर में देश की जनता को जब वह तस्वीर दिखाई तो राहुल गांधी का देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना काफूर होता गया। शाहजहांपुर की जनता नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए उत्साहित थी और नरेंद्र मोदी भी उसके उत्साह को यह सिद्ध करने में कामयाब हुए कि भाजपा को पुनः 2019 में भी जनादेश मिलने जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपार जनसमूह था और मंच पर उत्तर प्रदेश भाजपा की प्रथम पंक्ति के नेता थे और बार-बार मोदी-मोदी के स्वर गूंज रहे थे। नरेंद्र मोदी ने शाहजहांपुर के शहीदों को नमन किया और भाजपा की जीत में युवाओं के योगदान को जमकर सराहा। नरेंद्र मोदी ने विपक्षी महागठबंधन की रील धोते हुए कहा कि देश की जनता मोदी पर भरोसा कर रही है और वह अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं। उन्होंने सवाल उछाला कि आखिर किस बात का अविश्वास? जितने कमजोर उनके आंकड़े उससे ज्यादा कमजोर उनका आचरण दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि जितने ज्यादा दल एक साथ मिलेंगे उतना ही यह महागठबंधन दल-दल होगा और जितना ज्यादा दल-दल होगा, उतना ही कमल खिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के कोने-कोने को मोदी पर विश्वास है, इसलिए हमने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने का बार-बार कारण पूछा है, लेकिन वो कारण बता ही नहीं पाए और गले पड़ गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का युवा भारत अहंकार और दमन के संस्कार सहने को तैयार नहीं है, चाहे साइकिल हो या हाथी या कोई भी हो, इस स्वांग को देश समझ चुका है।
नरेंद्र मोदी ने किसान कल्याण रैली में नाम लिए बगैर विपक्ष पर खूब व्यंग किए और जनसमूह की तालियां बटोरीं। उन्होंने लोकसभा में विपक्षियों के भाषणों की सच्चाईयों की पोल खोली और उन्हें बेनकाब किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वक्त बदल चुका है, देश बदल चुका है, देश के नौजवान का मिजाज बदल चुका है, देश की बेटियां भी जाग चुकी हैं और लोकतंत्र के हर तंत्र को धमकाने की विपक्ष की नीति अब आगे काम नहीं आने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों, उद्यमियों, युवाओं, महिलाओं के उत्थान की चर्चा की और देश को विपक्ष की साजिशों से सावधान किया। उन्होंने भारत सरकार के जनकल्याण कार्यक्रमों का एक-एक कर उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार किसानों के हितों के फैसले हुए और किस प्रकार आयुष हेल्थ बीमा योजना आ रही है। उन्होंने फसलों के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी और गन्ना किसानों के हित में फैसले लिए गए फैसलों पर किसानों से वाहवाही लूटी। उन्होंने कहा कि गन्ने से सिर्फ चीनी ही नहीं, गाड़ियों के लिए ईंधन भी बनाया जाएगा, गन्ने से इथिनॉल बनाया जाएगा, जिसके लिए मिलों की आर्थिक मदद भी की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी किसान कल्याण रैली को संबोधित किया। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि शाहजहांपुर किसानों, शहीदों और क्रांतिकारियों की धरती है। उन्होंने कहा कि इन 4 साल में बिना किसी मज़हब जाति और धर्म देखते हुए अनेक नई विकास योजनाएं देश में लागू हुई हैं, किसान लाभांवित हुए हैं, उत्तर प्रदेश में पहलीबार गेहूं धान दलहन तिलहन का उचित दाम देने का काम हुआ है, पहलीबार एक लाख करोड़ रुपये की राशि सीधे किसानों के खातों में गई है। भाजपा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्रनाथ पांडेय, राज्य के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, नगर विकास और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने भी रैली को संबोधित किया। रैली में केंद्रीय राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार, केंद्रीय महिला कल्याण और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी, गन्ना मंत्री सुरेश राणा, कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, कानून मंत्री बृजेश पाठक, उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख और भाजपा के दूसरे वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।