स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 31 July 2018 03:08:49 PM
गोंडा। देवीपाटन मंडल में वर्षाकाल की संभावित विभीषिका से डरा प्रशासन आखिर जर्जर और ख़तरनाक मकानों और भवनों में रहने को मजबूर लोगों की जान की सुध लेने को सक्रिय दिखाई दिया है। देवीपाटन मंडल के आयुक्त सुधेश कुमार ओझा ने जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को पत्र लिखकर उनके जनपदों की सभी नगरपालिका परिषदों एवं नगरपंचायतों के पुराने एवं जर्जर मकानों और भवनों का तत्काल सत्यापन कराने तथा उनमें रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर अतिशीघ्र व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं। मीडिया ने भी ऐसी संभावनाओं का उल्लेख किया है कि तीव्र बारिश से ऐसे स्थानों पर जनधन की हानि हो सकती है। मंडलायुक्त सुधेश कुमार ओझा स्वयं भी बाढ़ क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मंडल में ऐसी अनेक इमारतें और मकान हैं, जो काफी जर्जर हैं और उनमें जोड़तोड़ और जुगाड़ से परिवार रह रहे हैं। कई इमारतें ऐसी हैं जिन्हें खतरनाक घोषित किया जा चुका है, लेकिन लोग हैं कि उनमें रह रहे हैं। इस समय वर्षा ने अपना रौद्र रूप दिखाया हुआ है, जिसके संभावित परिणामों से चिंतित मंडलायुक्त ने जिलाधिकारियों को सचेत किया है कि वे तत्काल बचाव और सुरक्षा के कदम उठाएं। मंडलायुक्त का कहना है कि तीन-चार दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण पुराने और जर्जर भवनों के गिरने की आशंका बढ़ गई है, ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए डीएम और एसपी को सख्त दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। मंडलायुक्त ने जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों से इस सम्बंध में रिपोर्ट भी मांगी है।