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Thursday 07 March 2013 07:55:54 AM
लखनऊ। लॉयर्स सोशल वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मोहम्मद शमीम एडवोकेट तथा सुन्नी उलेमा वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद सईक सिद्दीकी के नेतृत्व में 6 मार्च को प्रदेश में अराजकता, गंभीर होती कानून व्यवस्था, सीओ कुंडा जिया उल हक हत्या कांड तथा अल्पसख्यकों में असुरक्षा की भावना को लेकर विधानसभा धरना स्थल पर धरना दिया। इसमें कई मदरसों के उलेमाओं के अतिरिक्त काफी तादात में अल्पसंख्यक कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा, जिसमें कुंडा के रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई।
मोहम्मद शमीम एडवोकेट ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार मुस्लिमों को अपना मानती है, परंतु उसी की सरकार में अल्पसंख्यक सीओ की हत्या कर दी जाती है और सरकार केवल मंत्री का इस्तीफा लेकर बैठ जाती है, प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक समुदाय सुरक्षित नहीं है, हमारी मांग है कि तुरंत सपा सरकार को बर्खास्त करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाकर प्रदेश में शांति और अमन चैन स्थापित किया जाए। सपा सरकार अखिलेश यादव के चुनाव पूर्व किए वायदों को पूरा नहीं कर रही है, आज तक मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण संबंधित वायदा हवा में लटका है। सपा हमेशा मुसलमानों को अपना बंधुआ बनाकर और विरोधी पार्टी (भाजपा) से डराकर अपना मतलब निकालती है।
उन्होंने कहा कि सत्ता प्राप्त होने के बाद समाजवादी पार्टी पहले मुसलमानों से किए गए वायदे भूलती है अंत में मुसलमानों को ही भूल जाती है, सपा सरकार आम मुसलमानों की रक्षा क्या करेगी जब मुसलमान सीओ की खुलेआम हत्या कर दी गई। जिस पुलिस को चुस्त दुस्त करने की बात अखिलेश यादव करते थे, वही पुलिस प्रशासन अपने अफसर को पिटता देखकर उसे छोड़ देता है, अमूमन घटनाओं में यह पाया जाता है कि पुलिस घटना स्थल पर मौजूद रही है, अपराधी अपराध करके सुकून से चला जाता है। प्रदेश की कानून व्यवस्था तब तक सही नहीं हो सकती है, जब तक निचले स्तर तक पुलिस में सुधार नही होता, प्रदेश की पुलिस सिर्फ वसूली में लगी है, थानेदार थानों को अपनी जागीर समझकर संचालित कर रहा है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों ने साथ देकर सपा की सरकार बनाई है, यह कहने से अल्पसंख्यकों का भला नहीं होने वाला, अल्पसंख्यकों को रोज़गार, समानता और सुरक्षा की गारंटी चाहिए।
धरना स्थल पर बैठे उलेमाओं व कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को भेजे गए ज्ञापन में कहा कि वे आम नागरिक उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, चारों तरफ अराजकता का माहौल, अल्पसंख्यक समाज में फैल रही असुरक्षा की भावना व कुंडा में सीओ जिया उल हक की निर्मम हत्या व कानून व्यवस्था की लचर स्थिति के खिलाफ इकट्ठे होकर यह मांग करते हैं कि प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार को बर्खास्त करते हुए प्रदेश में शांति अमन कायम कराएं और विशेषकर अल्पसंख्यकों की विशेष सुरक्षा की जाए। सुन्नी उलेमा वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद सईक सिद्दीकी ने कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है, लूट पर लूट हो रही है, जांच पर जांच हो रही है, लुटरे मस्त हैं, पुलिस पस्त है। उन्होंने कहा कि अभी भी प्रदेश में मुसलमानो को दोयम दर्जा प्राप्त है, वह विकास की मुख्य धारा से कोसों दूर है, मुलायम सिंह यादव का मिशन 2014 पूरा होता नहीं दिख रहा है, मुलायम सिंह यादव स्वयं सपा के क्रियाकलापों से संतुष्ट नही हैं, विधायक, मंत्री बेलगाम हो रहे हैं।
धरने मे हुमैराबी अंजुम, गुलशन बानो, नौशीम सिद्दीकी, नूर मोहम्मद, मोहम्मद ऐमन खान, कारी मुबारक अली, रौशन अली, रोशन कादरी, वारिस अली, जियाकत, शम्श तबरेज, शलाउद्दीन, रजी, शमसुद्दीन, मोहम्मद फिरोज खां, मोहम्मद शकील, शुजा रिजवी, फहीम सिद्दीकी उपाध्यक्ष, वसीम सिद्दीकी, याहिया, अंसार सिद्दीकी, परवेज सिद्दीकी, इरफान, सईद सिद्दीकी, मोहम्मद शाकिर अली, बाबा असलम, शकील जोगी, मोहम्मद आसिफ इदरीशी, मोहम्मद जहीर अंसारी, ईमान करीम अंसारी आदि उपस्थित थे।