स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 07 March 2013 08:04:51 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हत्या-लूट जैसी संगीन वारदातों और लचर कानून व्यवस्था के विरुद्ध अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन ने विधानसभा के सामने सांकेतिक धरना दिया। धरना संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ नीरज बोरा एवं बरेली के विधायक राजेश अग्रवाल ने इस मांग के साथ दिया कि प्रदेश सरकार टांडा में रामबाबू गुप्ता की नृशंस हत्या की सीबीआई से जांच कराने के साथ ही साथ उनके परिजन को पचास लाख रुपए मुआवजा और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दे। डॉ नीरज बोरा ने कहा कि जिस वैश्य वर्ग ने पिछली सरकार से निजात पाने के लिए अपने कीमती वोटों से सपा सरकार बनाने का काम किया था, वह आज खुद को ठगा हुआ सा महसूस कर रहा है। वैश्य समाज के लोग ही अपराधियों के मुख्य निशाने पर हैं। सरकार की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ में एक के बाद एक व्यापारी से करोड़ों की लूट और टांडा जैसी घटनाएं ज्वलंत प्रमाण हैं, लेकिन वोट बैंक की चिंता में सरकार कफन ओढ़ाने में भी भेदभाव कर रही है।
जायसवाल महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अजय जायसवाल ने सरकार बनने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती के उस कथन की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश की जनता छह माह के बाद मेरी सरकार को याद करेगी, आज सपा सरकार के इस जंगलराज से त्राहि-त्राहि कर रही जनता को बसपा नेत्री का यह कथन अक्षरशः सत्य होता दिख रहा है। संगठन के मीडिया प्रभारी मनीष खेमका ने कहा कि यदि रामबाबू गुप्ता के परिवार को न्याय मिलने में देर हुई तो उनकी तेरहवीं पर समाज के स्थानीय नेता एवं कार्यकर्ता इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सरकार में शामिल वैश्य वर्ग के सांसदों, विधायकों और मंत्रियों से उनके घर जा कर हिसाब मांगेगे। टांडा की घटना से आक्रोशित कार्यकर्ताओं के विधान भवन की ओर कूच करने पर अपर जिलाधिकारी आरपी सिंह ने उन्हें प्रदेश सरकार तक बात पहुंचाने का आश्वासन देकर रोका। डॉ नीरज बोरा ने होरीलाल गुप्ता, बृजेश गुप्ता ‘चंचल’, नीरज गुप्ता, डॉ अजय गुप्ता एवं अनूप अग्रवाल समेत अनेक नेताओं की मौजूदगी में ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। दो मिनट का मौन रखकर रामबाबू गुप्ता को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
धरने पर स्थानीय निकाय अध्यक्ष संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जीतेंद्र कुमार गुप्ता, भारतभूषण गुप्ता, अमरनाथ अग्रवाल, मुन्ना लाल गुप्ता, राजेन्द्र गुप्ता, जगदीश अग्रहरि, केसी गुप्ता, जवाहरलाल गुप्ता, नवीन जायसवाल, गोपाल अग्रवाल, मीना वार्ष्णेय, रेनू जायसवाल, अंजू अग्रवाल, जनकदुलारी गुप्ता, रश्मि जायसवाल, प्रदीप गुप्ता ‘प्रिंस’, शैलेंद्र अग्रहरि, गिरिजाशंकर जायसवाल, अवधेश कौशल, चंद्रशेखर अग्रवाल, महेश गुप्ता, सौरभ गुप्ता, दीपक कुमार, अजय बागी, विशाल गुप्ता, कैलाश चंद गुप्ता आदि बैठे थे।