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'बाहुबलियों के सामने स्वच्छ छवि के लोग आएं'

जनजागरुकता से यूपी में मतदान प्रतिशत बढ़ा-चुनाव आयोग

चुनाव सुधार में युवाओं की भूमिका विषय पर राज्य सम्मेलन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 9 August 2018 02:09:22 PM

conference on 'role of youth in election reform'

लखनऊ। राज्य लोकसेवा अधिकरण उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुधीर सक्सेना ने एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स एवं यूपी इलेक्शन वॉच के तत्वावधान में बाबासाहब केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के सभागार में ‘चुनाव सुधार में युवाओं की भूमिका’ विषय पर राज्यस्तरीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा है कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में संवैधानिक संस्थाओं को स्वतंत्र एवं मजबूत होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जितना ज्यादा ताकतवर होगा, लोकतंत्र उतना ही मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि जनता बाहुबलियों एवं धनबलियों के मुकाबले अपने प्रत्याशी चुनाव में खड़े करे, इससे राजनैतिक दलों में हलचल मचेगी, जिससे वे स्वच्छ छवि के प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाने को विवश होंगे।
न्यायमूर्ति सुधीर सक्सेना ने कहा कि विद्यालयों में एनएसएस, एनसीसी, स्काउट, रोबर्स रेंजर्स आदि की शिक्षा अनिवार्य की जानी चाहिए, ताकि विद्यार्थियों में मानवीय और सामाजिक गुणों का विकास हो। उन्होंने कहा कि जबतक व्यक्ति के अंदर नैतिक गुणों का विकास नहीं होगा, तबतक लोकतांत्रिक व्यवस्था परिपक्व नहीं हो सकेगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के प्रयास सराहनीय हैं। उत्तर प्रदेश के उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी रत्नेश कुमार सिंह ने कहा कि जनजागरुकता की वजह से उत्तर प्रदेश में मत प्रतिशत बढ़ा है और वोटर साक्षरता क्लब एवं मतदान चौपालों के माध्यम से मतदाताओं को जागरुक करने का काम निर्वाचन आयोग कर रहा है, जिसमें एडीआर जैसे संगठन अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के राष्ट्रीय प्रमुख मेजर जनरल अनिल वर्मा ने एडीआर के उद्देश्यों एवं कार्यक्रमों के विषय में अवगत कराते हुए युवा मतदाताओं का आह्वान किया कि देश के लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने के लिए वे अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि एडीआर ने देश में एक नवाचार प्रारम्भ किया है, जिसके तहत कैम्पस एम्बेसडर नामित किए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से युवाओं को जाति, धर्म, क्षेत्र से परे अच्छे और सच्चे प्रत्याशियों के चयन को प्रोत्साहित किया जाएगा, बाबासाहब केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ में भी कैम्पस एम्बेसडर नामित किए जाएंगे। चुनाव सुधार में युवाओं की भूमिका और राजनैतिक दलों की प्राथमिकताएं सत्र को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव, समाजवाद पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह, कांग्रेस प्रवक्ता डॉ हिलाल नक़वी, लोकदल के प्रवक्ता सुरेंद्रनाथ द्विवेदी ने अपनी-अपनी पार्टी की प्राथमिकताएं युवाओं के समक्ष रखीं।
युवा मतदाताओं ने सम्मेलन में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार, सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सवाल किए। मतदान में नोटा से कम मत पाने पर प्रत्याशियों को छह वर्ष के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाने संबंधी सवाल किए गए। एडीआर के प्रदेश समन्वयक अनिल शर्मा ने कहा कि जनता सच्चे और अच्छे प्रत्याशियों को चंदा देकर चुनाव जिता रही है। ‘चुनाव सुधार में मीडिया की भूमिका’ विषय सत्र में वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शर्मा, राजकुमार सिंह, सौरभ मिश्रा ने चुनावों में राजनैतिक दलों द्वारा प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया और सोशल मीडिया के प्रयोग पर चर्चा की। वक्ताओं ने पेड एवं फेक न्यूज़ के दुष्प्रभावों का भी जिक्र किया। सम्मेलन के मौके पर एक प्रेस कॉंफ्रेंस भी हुई, जिसमें एडीआर के प्रमुख संजय सिंह ने क्षेत्रीय दलों से वर्ष 2016-17 में प्राप्त धन का विश्लेषण प्रस्तुत किया।
संजय सिंह ने आंकड़ों के आधार पर बताया कि समाजवादी पार्टी को चंदे के रूपमें 6.51 करोड़ रुपये, आम आदमी पार्टी को 24.73 करोड़ रुपये, शिवसेना को 25.65 करोड़ रुपये मिला है। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय दलों से प्राप्त कुल दान के 72.05 प्रतिशत में तीन दलों ने 65.83 करोड़ रुपये का शीर्ष दान प्राप्त किया है। संजय सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय दलों के नकदी दान में कमी आई है। संजय सिंह ने कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए जैसेकि-उम्मीदवारों को शपथपत्र का कोई भी हिस्सा खाली नहीं रखना चाहिए, इसी प्रकार फार्म 24ए को राजनैतिक दलों द्वारा वास्तविक सूचनाओं सहित भरा जाना चाहिए, चुनाव आयोग की निर्धारित समय सीमा के अंदर जो दल अपनी दान रिपोर्ट जमा नहीं करेंगे, उन्हें कर में छूट नहीं मिलेगी, राजनैतिक दलों को सूचना के अधिकार के अंतर्गत निरंतर जानकारी प्रदान करनी चाहिए, ऐसा करने से राजनैतिक दल, चुनाव प्रक्रिया और लोकतंत्र सशक्त होगा।
प्रेस वार्ता को एडीआर के राष्ट्रीय प्रमुख मेजर जनरल अनिल वर्मा और एडीआर के समन्वयक अनिल शर्मा ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में यूपी इलेक्शन वॉच के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता, विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थी, प्राध्यापक, एडीआर के प्रदेश मुख्य समन्वयक संजय सिंह, प्रोफेसर डीपी सिंह, प्रोफेसर रिपुसूदन सिंह, डॉ मोहम्मद नईम, रामकृष्ण शुक्ला, डॉ नंदकिशोर मौर्य, एडीआर के राज्य प्रतिनिधि संतोष श्रीवास्तव, मनीष गुप्ता, कीर्ति मिश्रा, सुप्रिया सिंह, मीनाक्षी, शशिशेखर दुबे, महेश पटैरिया, रामकुमार जादौन, मुदित चिरवारिया प्रमुख रूपसे उपस्थित थे।

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