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Thursday 07 March 2013 08:33:25 AM
लखनऊ। सरकार की मुस्लिम तुष्टिकरण नीति की पराकाष्ठा के विरोध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेयी के नेतृत्व में आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर सरकार व उसकी तुष्टिकरण की नीति का पुतला दहन किया। टांडा में रामबाबू गुप्ता की हत्या से नाराज व कल रात टांडा जा रहे भाजपा सांसद योगी अदित्यनाथ को गाजियाबाद स्टेशन पर जबरन उतार लेने के विरोध में हुए इस प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस सरकार में कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है। सरकार की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के कारण दंगाईयों के हौसले बुलंद हो गए हैं, जिसका परिणाम टांडा में हुआ वर्तमान दंगा है।
डॉ बाजपेयी ने मांग की है कि रामबाबू की हत्या की सीबीआई जांच हो, क्योंकि इस हत्या व दंगे में स्थानीय सपा विधायक का हाथ है तथा प्रशासन भी अपराधियों को संरक्षण दे रहा है, इसलिए प्रदेश सरकार पर भरोसा नहीं रहा। बाजपेयी ने कहा कि रामबाबू गुप्ता के घर सरकार जाए और मुवाअजा दे।
डॉ बाजपेयी ने कहा टांडा में पीड़ित रामबाबू के परिवार से मिलने जा रहे भाजपा सांसद योगी आदित्य नाथ को जिस तरीके से गाजियाबाद में उतारा गया वह सांसद के विशेषाधिकार का उलंघन है। भाजपा उप्र ने इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बाजपेयी ने कहा भाजपा ने ही सबसे पहले कुंडा कांड में पुलिस उपाधीक्षक तथा नन्हे यादव व उसके भाई की हत्या का विरोध व मुआवजे की मांग की थी। भाजपा की मांग है कि ऐसे प्रत्येक पुलिस अधिकारी जिसकी मृत्यु सेवा के दौरान हो तो सहायता राशि 25 लाख ही होनी चाहिए। इस विरोध प्रदर्शन व पुतला दहन मे मुख्य रूप से शिवप्रताप शुक्ला, स्वतंत्रदेव सिंह, हरद्वार दूबे, देवेंद्र सिंह चौहान, गोपाल टंडन, राजवीर सिंह, आशोक कटारिया, सत्यदेव सिंह, दयाशंकर सिंह, अनूप गुप्ता,हरीश दूबे, अश्विनी त्यागी, नीलीमा कटियार अनुपमा जयासवाल, मधु मिश्रा, विजय बहादुर पाठक, भारत दीक्षित, चौधरी लक्ष्मण सिंह, मनीष शुक्ला, मनीष दीक्षित, अनीता अग्रवाल, मनोहर सिंह, सुरेश तिवारी, सुरेश श्रीवास्तव, मानसिंह, रूमाना सिद्दकी, आशुतोष राय, संतोष सिंह, राजीव मिश्रा, अभिजात मिश्रा, शैलेंद्र शर्मा, साकेत शर्मा, अशोक दूबे, सचिदा राय, निखलेश सिंह, प्रत्युश मणी, माधुरी शुक्ला, रंजना द्विवेदी, दिनेश दूबे, देवेंद्र बहादुर सिंह, रीति सिंह, सुधीर हलवासिया, पुष्पा सिंह चौहान, रागिनी रस्तोगी, बीना गुप्ता, उर्मिला मिश्रा, परवीन श्रीवास्तव, प्रमिला गुलहरे, मालती सिंह, दिवाकर सेठ, अजय सोनकर, अंजनी श्रीवास्तव, सुशीला वर्मा, जया शुक्ला, मनीष सिंह, राजकुमार, श्याम कनौड़िया, गिरीश सिंह, विपिन अवस्थी, लख्विंदर सिंह, विष्णु गर्ग, सुमन शुक्ला, पीयूष गर्ग आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।