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Monday 10 September 2018 01:41:26 PM
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नई दिल्ली के डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुई बैठक में भाजपा नेतृत्व को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में व्याप्त घोर निराशा का भाव सामने आने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विशेष चर्चा की एवं भाजपा पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा को सफलता दिलाने में भाजपा कार्यकर्ताओं के परिश्रम की चर्चा करते हुए और उनका मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि जिस राजनीतिक दल के पास परिश्रम की पराकाष्ठा पार करने वाले कार्यकर्ताओं का समर्पण भाव हो, उस दल को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज एक संगठन, एक विचार, एक कार्यकर्ता और अपनी कार्यपद्धति से हर स्तर पर एक तेजस्वी तारे के रूपमें चमक रही है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटलजी को भी निश्चित रूप से यह विश्वास होगा कि जिस सपने को लेकर भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई थी, उसको पूराकर देश को विश्व गुरु के रूप में पुनः प्रतिष्ठित करने का सामर्थ्य भाजपा कार्यकर्ताओं में है और हमें उनकी आशाओं एवं आकांक्षाओं को पूरा करना है।
इसबार अजेय भारत, अटल भाजपा का नारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भाजपा की कई पीढ़ियों ने भारत माता की जय के लिए और देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया, हमें भी इसी तरह देश के लिए निरंतर काम करते रहना है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को ‘अजेय भारत, अटल भाजपा’ का नारा देते हुए कहा कि हम इसी विश्वास के साथ एकजुट हो आगे बढ़ते रहना है। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का पूर्ण विश्वास है कि आने वाले दिन अधिक उज्जवल रहने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने भाजपा के आदर्श प्रस्तुत करते हुए कहा कि हम सार्वजनिक जीवन में बदलाव के लिए जीने वाले लोग हैं, हम देश के परिवर्तन के लिए, देश के पुनर्निर्माण के लिए जीने वाले लोग हैं, हम अपने संस्कारों के बल पर संकल्प की पूर्ति के लिए जीने वाले लोग हैं, इसलिए हमारे पास नीति भी है और रणनीति भी। उन्होंने कहा कि हम अपने आप को जनता के प्रतिनिधि के रूप में देखते हैं और जब तक यह मनोभाव बना रहेगा, तब तक किसी में भी हमारे आचार और विचार को चुनौती देने का सामर्थ्य नहीं है। विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग शासन में भी विफल रहे हैं, वे विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करने में भी विफल हैं। उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि वह चाहे मिलकर आए या अकेले आए, लेकिन कम से कम यह तो बताए कि वह किस आधार पर चुनाव में भाजपा के सामने आना चाहता है?
नरेंद्र मोदी ने प्रश्न किया कि विपक्ष का सत्ता के ख्वाब का आधार वैचारिक पटल है या सरकार का कामकाज है? उन्होंने कहा कि हम हर विषय पर विपक्ष सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ 48 माह की भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में केंद्र की राजग सरकार के कार्यों की उपलब्धियां हैं तो दूसरी तरफ देश पर 48 साल का एक परिवार का विफल शासन है। उन्होंने कहा कि विपक्ष न तो विचार के आधार पर चुनाव लड़ना चाहता है और न कामकाज के आधार पर, उसमें चुनाव लड़ने का साहस ही नहीं है, इसलिए विपक्ष अब झूंठ की राजनीति पर उतर आया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का अब एक ही काम रह गया है, हर दिन एक नया झूंठ बोलो और उसी झूंठ को बार-बार बोलो, हमें विपक्ष के हर झूंठ का सटीक जवाब देना है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने पाप को भी हमारे सिर मढ़ने की साजिश कर रहा है और हमें विपक्ष के दुष्प्रचार से अत्यधिक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी उपलब्धियों और सबका साथ, सबका विकास के एजेंडे पर अडिग रहना है।
विपक्ष के दुष्प्रचार को एक्सपोज करें-मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने 1975 में ग़रीबी हटाओ का नारा दिया था, लेकिन उसने इस दिशा में 2014 तक क्या किया और केंद्र की भाजपा-नीत राजग सरकार ने इन साढ़े चार साल में इस दिशा में कितना काम किया है? उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर तुलनात्मक अध्ययन के जरिए कांग्रेस को बेनकाब किया जाना चाहिए। उन्होंने भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि एक तरफ तो हमें विपक्ष के झूंठे दुष्प्रचार के खिलाफ लड़ना है तो दूसरी ओर सरकार की उपलब्धियों को गांव-गांव, घर-घर तक पहुंचाना है। विपक्ष के महागठबंधन की कवायद पर फिर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में हमने विकास को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य किया है, जिसके कारण 2014 के बाद से देश में हुए हर चुनाव में देश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि देश की जनता अडिग भाव से भाजपा और राजग के साथ है, यही कारण है कि जो राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करती थीं, आज साथ आने को मजबूर हो गई हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि चाहे कांग्रेस हो या उनका तथाकथित महागठबंधन, विपक्ष के नेतृत्व का कोई ठिकाना नहीं है, इसकी नीति अस्पष्ट है और नीयत भ्रष्ट है। उन्होंने कहा कि हमें विपक्ष के दुष्प्रचार को जनता में एक्सपोज करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने वन नेशन, वन ग्रिड और वन नेशन, वन टैक्स का सपना साकार किया है और अब वन नेशन, वन इलेक्शन पर भी डिबेट होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने मुक्तिदान का निर्णय लिया है, जो बीमार कैदी हैं, जो शारीरिक रूपसे असमर्थ हैं, बहुत बुजुर्ग हो गए हैं, उन्हें मानवीय आधार पर कारागार से मुक्त करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की सबका साथ, सबका विकास की नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल एक नारा नहीं है, बल्कि सरकार की नीतियों का आधारस्तंभ है। उन्होंने कहा कि यह एक मंत्र है, जिसके आधार पर हम अंत्योदय के सिद्धांत पर चलते हुए देश के गांव, ग़रीब, किसान के कल्याण के प्रति अहर्निश समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देश इस सिद्धांत से प्रभावित हैं और वे अपने उद्बोधनों में इसका उल्लेख करना नहीं भूलते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी सबका साथ, सबका विकास की नीति का ही परिणाम है कि हमारी सरकार के चार साल में लगभग पांच करोड़ परिवार अत्यंत ग़रीबी की रेखा से ऊपर आए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल से लेकर 1 मई तक देश के लगभग 65 हजार से अधिक गावों में हमने सात लोक-कल्याणकारी योजनाओं को हर घर में पहुंचाने का एक सफल प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हमारी हर योजना के केंद्र बिंदु में गरीब-कल्याण का भाव निहित है। उन्होंने कहा कि सरकार के बिना किसी भेदभाव के विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन से देश के नागरिकों में एक विश्वास के वातावरण का निर्माण हुआ है, जहां उन्हें विश्वास है कि उनका हक़ उनको मिलकर रहेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की राजग सरकार ने उत्तर-पूर्व को विकास की मुख्यधारा के साथ जोड़ा है। आयुष्मान भारत योजना की चर्चा करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम जन-जन के कल्याण एवं उनके स्वास्थ्य की चिंता के प्रति गंभीर हैं, इसलिए हम उनके लिए एक के बाद एक योजना लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से देश के 10 करोड़ परिवारों यानी लगभग 50 करोड़ लोगों के लिए प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य का खर्च सरकार उठाएगी।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने स्वच्छता का अभियान शुरू किया और फिर योग को मानव जीवन का अंग बनाया है, सस्ती दवाइयों की योजना शुरू की है, स्वास्थ्य उपकरणों के मूल्य में कमी लाने का कार्य किया है, मेडिकल की सीटें बढ़ाई हैं, तीन लोकसभा क्षेत्रों पर एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना का काम शुरू किया है और अब आयुष्मान भारत के माध्यम से पांच लाख रुपये प्रतिवर्ष तक का यह स्वास्थ्य बीमा देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि मिशन मोड में टीकाकरण का अभियान चलाया जा रहा है और लगभग 18 करोड़ से अधिक छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हमने 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने का बीड़ा उठाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने 2022 तक देश के हर गरीब को छत देने का अभियान हाथ में लिया है। उन्होंने कहा कि हम सादगी के धरातल पर दिव्यता के साथ गरीबी-मुक्त एवं वैभव-युक्त भारत के निर्माण के लिए कृतसंकल्पित हैं। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हमें उनकी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है और भाजपा कार्यकर्ताओं को उनके साथ कदम से कदम मिलाकर 125 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करने के लिए कटिबद्ध हो जाना चाहिए।