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Friday 21 September 2018 05:44:59 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के लिए ग्रेडेड स्वायत्तता पर राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा है कि उत्कृष्टता अर्जित करने के लिए उच्चतर शैक्षणिक संस्थानों के लिए स्वायत्तता महत्वपूर्ण है और सरकार विश्वविद्यालयों में स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ग्रेडेड स्वायत्तता पर यूजीसी का विनियमन एक प्रमुख सुधार है और विश्वविद्यालयों को सार्थक रूपसे इस अवसर का उपयोग करना चाहिए।
प्रकाश जावड़ेकर ने 63 ग्रेडेड विश्वविद्यालयों को सर्वाधिक उत्कृष्ट बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों को अपनी स्वायत्तता को बरकरार रखने के लिए उच्च शैक्षणिक मानकों को बनाए रखने की आवश्यकता है। अमेरिकी विश्वविद्यालयों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय दुनियाभर से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित करते हैं और इसके द्वारा देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह ने कार्यशाला में ग्रेडेड स्वायत्तता पर यूजीसी विनियमनों के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित करते हुए ग्रेडेड स्वायत्तता पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। कार्यशाला में 55 उच्चतर शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिभागी, एमएचआरडी, यूजीसी एवं कुछ राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उच्चतर शिक्षा के सचिव आर सुब्रमण्यम ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने में विश्वविद्यालयों को सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराईं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, गुरूनानक देव विश्वविद्यालय, अलागप्पा विश्वविद्यालय, बिट्स पिलानी, सिम्बॉयोसिस इंटरनेशनल, रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान एवं ओपी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने ग्रेडेड स्वायत्तता के उद्देश्यों को अर्जित करने के लिए प्रस्तुतियां दीं।मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने लगभग 63 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को, जिन्हें ग्रेडेड स्वायत्तता पर यूजीसी विनियमनों के तहत श्रेणी I एवं श्रेणी II में वर्गीकृत किया गया है, उनको एक मंच उपलब्ध कराने के विचार से संयुक्त रूपसे कार्यशाला का आयोजन किया था।