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अलवर में बनेगा विश्‍वस्‍तरीय शिक्षा संस्‍थान

अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के शैक्षिक विकास पर जोर-नक़वी

शैक्षिक सुविधा के साथ ही रोज़गारपरक कौशल विकास

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 26 September 2018 01:39:23 PM

mukhtar abbas naqvi, meeting of the governing body of mulana azad educational foundation

नई दिल्ली। केंद्रीय अल्‍पसंख्‍यक कल्याण मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नक़वी ने दिल्‍ली में मौलाना आजाद शिक्षा फांउडेशन की जनरल बॉडी और गवर्निंग बॉडी की बैठक में बताया है कि ग़रीब, पिछड़े वर्ग और अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के छात्र-छात्राओं के लिए राजस्‍थान के अलवर में 1 अक्‍टूबर 2018 को एक विश्‍वस्‍तरीय शिक्षा संस्‍थान की आधारशिला रखी जाएगी। उन्‍होंने बताया कि अलवर में बनाए जाने वाले शिक्षा संस्‍थान के लिए राजस्‍थान सरकार ने अलवर जिले के किशनगढ़ बांस तहसील के कोहरापीपली गांव में 15 एकड़ भूमि उपलब्‍ध कराई है, संस्‍थान में शोध केंद्र, प्रयोगशालाएं, पुस्‍तकालय, प्राथमिक और उच्‍चतर शिक्षण सुविधाओं के साथ ही खेलों के लिए भी अलग से व्‍यवस्‍था होगी।
अल्‍पसंख्‍यक कल्याण मंत्री ने बताया कि संस्‍थान में तकनीकी शिक्षा के साथ ही चिकित्‍सा, आयुर्वेद, यूनानी और रोज़गारपरक कौशल विकास से जुड़े पाठ्यक्रम होंगे, संस्‍थान में 40 प्रतिशत सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित करने का प्रस्‍ताव भी रखा गया है। उन्होंने बताया कि अल्‍पसंख्‍यक मामलों के मंत्रालय ने शिक्षा संस्‍थान के गठन और उसकी समूची प्रक्रिया तय करने के लिए मंत्रालय के अधिकारियों और संस्‍थान के सदस्‍यों को मिलाकर एक तीन सदस्‍यीय समिति गठित की है, समिति जल्‍दी ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मौलाना आजाद शिक्षा फाउंडेशन के जनरल बॉडी की 57वीं और गवर्निंग बॉडी की 101वीं बैठक में अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के लोगों को शैक्षिक रूपसे सशक्‍त बनाने के लिए शुरू की गई बेगम हज़रत महल स्‍कॉलरशिप और ग़रीब नवाज कौशल विकास योजना तथा ऐसी ही कई अन्‍य योजनाओं की भी समीक्षा की गई।
मुख्‍तार अब्‍बास नक़वी ने इस अवसर पर कहा कि इन चार वर्ष में समाज के ग़रीब और कमजोर वर्ग तथा अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के करीब 3 करोड़ छात्र लाभांवित हुए हैं, जिनमें 1 करोड़ 63 लाख लड़कियां हैं। उन्‍होंने कहा कि पहले 70 प्रतिशत मुस्लिम ल‍ड़कियां बीच में ही स्‍कूल छोड़ देती थीं, लेकिन अब यह संख्‍या घटकर 35 से 40 प्रतिशत रह गई है, सरकार इसे शून्‍य प्रतिशत पर लाना चाहती है और अल्‍पसंख्‍यक वर्ग के छात्रों के लिए शुरू की गई छात्रवृत्ति ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय 3-ई यानि शिक्षा, रोज़गार और सशक्तिकरण के लिए प्रति‍बद्ध है और एक वर्ष के दौरान अल्‍पसंख्‍यक मदरसों सहित अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के हजारों शिक्षण संस्‍थाओं को शिक्षा प्रणाली की मुख्‍यधारा से जोड़ दिया गया है।

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