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Thursday 27 September 2018 12:54:35 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार ने 11 अक्टूबर 2018 से 11 अक्टूबर 2019 तक ग्वालियर की राजमाता विजया राजे सिंधिया की जन्मशती मनाने का फैसला किया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में 12 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यांवयन समिति सालभर चलने वाले समारोह के लिए गतिविधियों तथा कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेगी। समारोह के दौरान 100 रुपये का स्मारक सिक्का और स्मारक डाक टिकट जारी करने का प्रस्ताव है। राजमाता विजया राजे सिंधिया पर अन्य गतिविधियों में संगोष्ठियों, व्याख्यानों, प्रकाशनों और विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जो महिला सशक्तिकरण पर आधारित होंगे।
ग्वालियर की राजमाता के रूपमें ज्यादा लोकप्रिय विजया राजे सिंधिया का जन्म मध्यप्रदेश के सागर जिले में 11 अक्टूबर 1919 में हुआ था। वे भी स्वतंत्रता आंदोलन से बहुत प्रभावित हुईं और आजादी की लड़ाई में शामिल हो गईं। राजमाता विजया राजे सिंधिया ने लड़कियों को शिक्षित करने और महिला सशक्तिकरण पर बहुत काम किया और भारत की स्वतंत्रता के बाद लड़कियों की शिक्षा में एक नए युग का सूत्रपात किया। उन्होंने विशेषकर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में शिक्षा से महिलाओं की उन्नति के लिए समर्पित विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर काम किया। उन्हें राष्ट्रवाद से ओतप्रोत भारतीय मूल्यों, धर्मों और संस्कृति के आधार पर सर्वांगीण शिक्षा की आवश्यकता पूरी करने के लिए बहुत याद किया जाता है। विजया राजे सिंधिया 1957 और 1998 के बीच कई बार संसद सदस्य रहीं। राजमाता ने विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूपसे भागीदारी की। वे लेखिका भी थीं और उन्होंने दो पुस्तकें लिखी हैं। विजया राजे सिंधिया का निधन 25 जनवरी 2001 को हुआ।