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Sunday 10 March 2013 08:52:57 AM
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने टांडा मामले में राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूछा है कि रामबाबू गुप्ता की हत्या के मामले में सरकार ने अब तक क्या किया। मृतक के परिजनों की सहायता के लिए सरकार ने क्या कोई कदम उठाएं? हत्या के मामले मे किसी की गिरफतारी हुई? भाजपा के प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह व अन्य नेताओं की गिरफतारी की निंदा करते हुए उन्होंने कहा सपा सरकार तानाशाह बन बैठी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रश्न किया कि क्या रामबाबू गुप्ता के परिजन मुआवजे के हकदार नही हैं? उन्होंने सपा सरकार पर आरोप लगाया कि टांडा में बरसे सरकारी आतंक व तुष्टिकरण की कार्रवाई का सच जनता के सामने न आ जाए इसलिए टांडा जा रहे भाजपा नेताओं को रास्ते में ही रोक लिया गया। समझ में नहीं आ रहा है कि रामबाबू गुप्ता के परिजनों से भाजपा नेताओं को क्यों मिलने से रोका जा रहा है। पुलिस कहती है कि टांडा में हुए बवाल में 32 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। पिंटू गुप्ता के आलावा बाकी लोग कहां हैं और कौन हैं इसका खुलासा प्रशासन करे।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जिया उल हक के परिजनो से मिलना शोक संवेदना व्यक्त करना अच्छी बात है, भारतीय जनता पार्टी की भी शोक संतप्त परिजनों से सहानुभूति है पर जिस तरह गैर भाजपाई दल डीएसपी जिया उल हक की मौत पर सियासत कर रहे हैं, वह आश्चर्य जनक जरूर है। वोट बैंक की लालच में अपने कर्तव्यों के लिए जान देने वाले शहीदों की मौत का भी राजनीतिकरण हो रहा है। राहुल गांधी के देवरिया दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की बदहाली के लिए सपा के साथ कांग्रेस भी बराबर की जिम्मेदार है।