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Thursday 4 October 2018 05:49:18 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने आज हवाईअड्डों पर विमान यात्रियों को उपलब्ध कराई जाने वाली बायोमेट्रिक आधारित डिजिटल प्रोसेसिंग सेवा ‘डिजी यात्रा प्लेटफॉर्म’ की नीति जारी कर दी है। सुरेश प्रभु ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह नीति जारी करते हुए कहा कि उनके मंत्रालय ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से विमान यात्रियों के लिए देशभर के हवाईअड्डों पर टिकट बुकिंग तथा अन्य सुविधाएं प्राप्त करने की एकसमान व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि डिजी यात्रा प्लेटफॉर्म के लिए मानक तय करने के लिए एक तकनीकी कार्यसमिति बनाई गई है, जिसमें हवाईअड्डों के संचालकों, विमान सेवा देने वाली कम्पनियों और नागरिक उड्डयन क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि डिजी यात्रा प्लेटफॉर्म फरवरी 2019 के अंत तक शुरू हो जाएगा और बेंगलुरु एवं हैदराबाद के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डों पर इसे पायलट स्तरपर शुरू किया जाएगा, जिसके बाद अप्रैल 2019 तक इसे कोलकाता, वाराणसी, पुणे और विजयवाड़ा के हवाईअड्डों पर भी उपलब्ध करा दिया जाएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने बताया कि डिजी यात्रा प्लेटफॉर्म के माध्यम से भविष्य में हवाईअड्डों पर यात्रियों को उनके इच्छानुसार अभिनव सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इसका सबसे ज्यादा फायदा विमान यात्रियों को ही होगा, घर से लेकर हवाईअड्डे तक विमान यात्रियों को यात्रा से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराने वाली एजेंसियां इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकेंगी। नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा भी इस मौके पर मौजूद थे। उन्होंने डिजी प्लेटफॉर्म की विशेषता बताते हुए कहा कि यह डिजिटल आधारित ऐसी प्रणाली है, जिससे यात्रियों की पहचान उनके चेहरे से की जा सकेगी, यह हवाईअड्डे में प्रवेश करने और विमान पर सवार होने तक यात्रियों को यात्रा का सहज अनुभव कराएगी। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के तहत यात्रियों का एक केंद्रीयकृत प्रणाली के जरिए पंजीकरण किया जाएगा और उन्हें डिजी यात्रा आईडी दी जाएगी, आईडी में यात्रियों का नाम, उनकी ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर और आधार न होने की स्थिति में कोई अन्य पहचान पत्र का विवरण होगा, टिकट बुक कराते समय यात्री इस आईडी का इस्तेमाल कर सकेंगे।
नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि डिजी यात्रा आईडी बनाने वाले यात्री को उस हवाईअड्डे पर पहली और अंतिमबार अपना सत्यापन कराना होगा, जहां से वह प्रस्थान करने वाला है। उन्होंने बताया कि डिजी यात्रा योजना, यूनिक आईडी जैसे भारतीय नागरिकों के आधार, पासपोर्ट या पैन कार्ड को पीएनआर की बुकिंग के लिए लिंक करेगी, बुकिंग के समय स्वचालित प्रणाली हवाई टिकट के साथ अद्वितीय पहचान लिंक करेगी। जयंत सिन्हा ने कहा कि डिजी यात्रा के जरिए विमान सेवा कम्पनियां टर्मिनल पर मौजूद अपने यात्रियों की स्थिति की पूरी जानकारी हासिल कर सकेंगी, इससे यात्रियों के समय पर न पहुंचने या उनके गुम हो जाने की स्थिति में उड़ान में देरी जैसी समस्या नहीं होगी। इसके साथ ही हवाईअड्डे पर यात्रियों की सुरक्षा जांच भी सुगम हो जाएगी।