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Tuesday 16 October 2018 02:44:04 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान और पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली का शुभांरभ किया। डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि यह प्रणाली गंभीर वायु प्रदूषण का पूर्वानुमान लगा सकती है और भारत सरकार के ग्रेडेड रेस्पोंस एक्शन प्लान के अनुसार आवश्यक कदम उठाने के लिए अलर्ट जारी कर सकती है। वायु प्रदूषण प्रणाली भारतीय ऊष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान पुणे, भारतीय मौसम विभाग तथा मध्यम श्रेणी के मौसम पूर्वानुमान के लिए राष्ट्रीय केंद्र ने संयुक्त रूपसे विकसित की है।
पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली दिल्ली क्षेत्र में तीन-चार दिन पहले गंभीर वायु प्रदूषण की सूचना देने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने वायु प्रदूषण कण कम करने के अनेक उपाए किए हैं। डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 41 सदस्यों वाली टीम का गठन किया है, जो दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण नियंत्रण स्तर की निगरानी करेगी और बोर्ड को अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने बताया कि बदरपुर ताप बिजली संयंत्र को बंद किया जा रहा है, पश्चिमी पेरीफेरल एक्सप्रेसवे नवंबर के पहले सप्ताह में चालू किया जा सकता है।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए लगभग 600 करोड़ रुपये संबंधित राज्यों को जारी किए गए हैं। कार्यक्रम में अवलोकन और पूर्वानुमान लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए विकसित नई वेबसाइट लांच की गई। पर्यावरण प्रदूषण प्राधिकरण और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी आवश्यकता के अनुसार आवश्यक कदम उठाने के लिए वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं। इस अवसर पर पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ एम राजीवन और गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।