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Wednesday 31 October 2018 02:41:07 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि किसी भी यातायात सेवाओं में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च होनी चाहिए। उन्होंने उड्डयन उद्योग से कहा कि वह यात्रियों की सुविधा को हर गतिविधियों के केंद्र में रखे। उन्होंने ये बातें नई दिल्ली में दिल्ली हवाईअड्डे पर जीएमआर ग्रुप के संचालन के 12 वर्ष पूर्ण होने पर ‘इकॉनोमिक इम्पैक्ट रिपोर्ट’ और ‘कॉफी टेबल बुक’ के विमोचन कार्यक्रम में कहीं। उपराष्ट्रपति ने दिल्ली हवाईअड्डे पर विश्व मानकों को कायम रखने के लिए हवाईअड्डे के अधिकारियों और जीएमआर के कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली हवाईअड्डा राष्ट्र का गौरव है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकारों, नीति निर्माताओं और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को हवाईअड्डों पर यात्रियों को हर तरह की अड़चनों से मुक्त माहौल प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि घरेलू हवाई संपर्क में सुधार करने और हवाईसेवा को सस्ता बनाने के संबंध में सरकार के प्रयास उसी समय तेज़ हो पाएंगे, जब बेहतर बुनियादी ढांचा तैयार होगा और वायु सेवाएं कारगर उपभोक्ता सेवाएं प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की ढांचागत सुविधा विकसित करने के लिए सार्वजनिक और निजी साझेदारी अत्यंत उपयुक्त तरीका है। उन्होंने कहा कि विभिन्न निकायों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए सस्ती कीमत पर बेहतर सेवाएं प्रदान करने के संबंध में भी यही सबसे अच्छा तरीका है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आर्थिक विकास के लिए संपर्क महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि उड्डयन उद्योग में विकास की अपार संभावनाएं मौजूद हैं और इस क्षेत्र के विकास से भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुस्तरीय प्रभाव पड़ता है, क्योंकि तब सत्कार तथा पर्यटन क्षेत्र भी सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि ‘उड़ान’ योजना के कारगर कार्यांवयन से क्षेत्रीय संपर्क विकसित होगा और क्षेत्रीय मार्गों पर सस्ती उड़ानें संभव होंगी। उन्होंने हवाईअड्डे के अधिकारियों और पीपीपी संचालकों से आग्रह किया कि वे आम आदमी को सस्ती और सुगम्य सेवाएं प्रदान करें। इस अवसर पर नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, जीएमआर ग्रुप के अध्यक्ष ग्रंधी मल्लिकार्जुन राव, उड्डयन और विमान सेवा उद्योग के सदस्य एवं अधिकारी भी उपस्थित थे।