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Saturday 17 November 2018 02:36:34 PM
नई दिल्ली। तंजानिया (जंजीबार) सरकार में सार्वजनिक सेवा एवं सुशासन, विधि एवं न्यायमंत्री हारोन अली सुलेमान ने भारत के केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने सरकार के कामकाज में अच्छे अनुभवों पर बातचीत करते हुए लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी एवं भारतीय संस्थानों के साथ अकादमिक स्तर पर कार्यक्रमों के आदान-प्रदान की संभावनाओं पर विचार किया। तंजानिया के मंत्री हारोन सुलेमान तथा उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति जूलियस न्येरेरे के जमाने से भारत के तंजानिया के साथ दोस्ताना संबंध हैं।
डॉ जितेंद्र सिंह ने जुलाई 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तंजानिया यात्रा का जिक्र किया और कहा कि अफ्रीकी देशों के साथ संबंध को लेकर भारत सरकार का विशेष अनुभव और आग्रह रहा है। उन्होंने कहा कि विरासत की इस साझा कड़ी की वजह से दोनों देशों के बीच एक सफल संबंध की उम्मीद करना सहज है। दोनों नेताओं के बीच आधे घंटे की बातचीत में हारोन सुलेमान ने नागरिक सेवाओं और प्रबंधन के क्षेत्र में भारत के साथ और ज्यादा गहरे संबंधों की इच्छा जताई। उन्होंने डॉ जितेंद्र सिंह के सामने तंजानिया से जनसेवकों की यात्रा का प्रबंध करने की इच्छा जताई, ताकि वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के विस्तृत अनुभव का लाभ उठा सके।
डॉ जितेंद्र सिंह ने हारोन सुलेमान को बताया कि भारत सरकार का कार्मिक मंत्रालय ऐसे आदान-प्रदान कार्यक्रम पहले से ही कई देशों के साथ कर रहा है। हारोन सुलेमान के भारतीय फैकल्टी की तंजानिया यात्रा के आग्रह पर डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि इसकी तैयारी के लिए अधिकारियों के एक समूह को काम सौंपा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा। गौरतलब है कि अफ्रीकी और कुछ अन्य देशों के बीच प्रशासन प्रबंधन के क्षेत्र में भारत का सहयोग समझौता है, जिसके तहत वहां की प्रशासनिक सेवाओं के लिए भारत की प्रशासनिक अकादमी में उनकी प्रतिभाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है, तंजानिया सरकार भी भारत सरकार से ऐसा ही सहयोग चाहती है।