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Tuesday 27 November 2018 03:57:50 PM
नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय का आर्थिक कूटनीति प्रभाग और भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद, आवास और सहायक क्षेत्रों तथा मनोरंजन उद्योग से जुड़ी शीर्ष बुनियादी ढांचा कंपनियों के एक प्रतिनिधिमंडल को लेकर आज रियाद रवाना हुआ। यह प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब में विकसित की जा रहीं 500 अरब अमरीकी डॉलर की मेगा सिटी परियोजनाओं के लिए संभावित ठेकों और निवेश के अवसरों का पता लगाएगा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में अपर सचिव मनोज भारती कर रहे हैं। उद्योग से जुड़े प्रतिनिधि आज से दो दिन की यात्रा के दौरान सऊदी सरकार और उद्योग के प्रमुख नीति निर्धारकों से बातचीत करेंगे। सऊदी अरब की बुनियादी ढांचा परियोजनाएं उसकी अपनी अर्थव्यवस्था का विस्तार करने का प्रमुख हिस्सा हैं। यह कार्य एनईओएम, नई सड़कों और पटरियों, हवाईअड्डों और समुद्री बंदरगाहों, किद्दिया मनोरंजन शहर और लालसागर पर्यटन परियोजना जैसी मेगा परियोजनाओं को विकसित कर प्रमुख ढांचागत परिवर्तनों के जरिए किया जा रहा है।
धन का वैकल्पिक स्रोत सृजित करने और तेल आधारित अर्थव्यवस्था पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से खाड़ी सहयोग परिषद खासतौर से सऊदी अरब बुनियादी ढांचा विकास में भारी निवेश कर रहा है। सऊदी अरब की परियोजनाएं उसके ‘विजन 2030’ का हिस्सा हैं, ताकि वह एक तेल आधारित अर्थव्यवस्था से हटकर औद्योगिक निर्माण आधारित लाभकारी अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ सके। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने उम्मीद जाहिर की है कि ‘विजन 2030’ से रेलवे, आतिथ्य सत्कार, पर्यटन, हवाईअड्डे, आवास, सूचना प्रौद्योगिकी और मनोरंजन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों और पेशेवरों के लिए नए अवसर खुल सकेंगे।
सऊदी अरब के सामान्य निवेश प्राधिकार में हाल ही में भारतीय कंपनियों के लिए 400 से अधिक लाइसेंस जारी किए गए हैं। भारतीय कंपनियों के लिए मक्का और मदीना को जोड़ने वाली 450 किलोमीटर लंबी हाइस्पीड रेलवे लाइन और जेद्दा में एक हवाईअड्डे के निर्माण में साझेदार बनने के भी अवसर हैं। सऊदी अरब में भारत का निवेश 1.5 अरब अमरीकी डॉलर है और सऊदी अरब ने भारत में 16 मिलियन अमरीकी डॉलर निवेश किए हैं। सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है, जिसके साथ 2016-17 में द्विपक्षीय व्यापार 25 अरब अमरीकी डॉलर से अधिक हुआ था। सऊदी अरब से भारत के कच्चे तेल के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता के रूपमें भारत के कुल वार्षिक आयात का करीब 20 प्रतिशत है। सऊदी अरब में 3.2 मिलियम प्रवासी भारतीय हैं।