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Saturday 1 December 2018 01:14:18 PM
नई दिल्ली। भारतीय सीमा सड़क संगठन के मुख्य अभियंताओं का वार्षिक सम्मेलन दिल्ली में हुआ, जिसे रक्षा राज्यमंत्री डॉ सुभाष भामरे ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा आवश्यकताओं की यह मांग है कि इन सड़कों को जल्द से जल्द बनाया जाए। उन्होंने कहा कि मैं इस बात से अवगत हूं कि इलाकों की दुर्गमता, जलवायु और अन्य घटकों के कारण बीआरओ को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन मुझे भरोसा है कि बीआरओ इन चुनौतियों का मुकाबला करके नई प्रौद्योगिकियों और प्रक्रियाओं को अपनाते हुए सड़क निर्माण में तेजी लाएगा। डॉ सुभाष भामरे ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने बीआरओ को अधिक वित्तीय और प्रशासनिक शक्तियां दी हैं, जिसके कारण संगठन की कुशलता में सुधार होगा और काम करने की गति में भी तेजी आएगी।
रक्षा राज्यमंत्री डॉ सुभाष भामरे ने सभी हितधारकों से आग्रह किया कि वे संगठन के लिए तय किए गए लक्ष्य को प्राप्त करने में भरपूर योगदान करें, ताकि देश की सामरिक आवश्यकताएं पूरी हो सकें और संबंधित क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास का रास्ता खुल सके। उन्होंने भारत-चीन सीमा सड़क और रोहतांग सुरंग परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए बीआरओ के प्रयासों की सराहना की। डॉ सुभाष भामरे ने बीआरओ तकनीकी पत्रिका 'ऊंची सड़कें' का भी विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने उत्कृष्ट कार्यबल और सर्वश्रेष्ठ सड़क ट्रॉफी प्रदान की। तीन दिवसीय सम्मेलन में भारतीय रक्षा लेखा सेवा के महानिदेशक, अतिरिक्त महानिदेशक, वरिष्ठ अधिकारी और परियोनजाओं के मुख्य अभियंता उपस्थित थे।