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Friday 7 December 2018 03:19:43 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सिविल डिफेंस में सुधार लाने पर जोर दिया है, ताकि इस संगठन को आपदा और शांति के समय अधिक से अधिक प्रभावी बनाया जा सके। गृहमंत्री ने सिविल डिफेंस और गृहरक्षकों के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सिविल डिफेंस संगठन की उपयोगिता के बारे में कोई संदेह ही नहीं है, इसने प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के समय अनेक बार राष्ट्र की सेवा की है। राजनाथ सिंह ने कहा कि बदलते समय के साथ सिविल डिफेंस संगठन में युवाओं को अवसर प्रदान करके वार्डन स्तरपर उनका नेतृत्व प्रदान कराए जाने की जरूरत है, इसको प्रतिक्रियाशील भूमिका के साथ-साथ सक्रिय भूमिका भी निभानी चाहिए।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कारगिल युद्ध के बाद सिविल डिफेंस संगठन की स्थिति सुधारने के लिए मंत्रियों के समूह और अन्य समितियों की सिफारिशों को ध्यान में रखा जाए। गृहमंत्री ने कहा कि प्रतिबद्ध वार्डनों की नियुक्ति, समर्पित प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना और वार्डेन संगठन को वित्तीय रूपसे मजबूत बनाने जैसे उपाय आवश्यक हैं। राजनाथ सिंह ने गृह मंत्रालय, राज्य पुलिस, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस और गृहरक्षक विभाग के अधिकारियों से सिविल डिफेंस और होमगार्ड के स्वयंसेवकों की भूमिका और जिम्मेदारियों की जांच करने और उनका अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने देश में पहलीबार राष्ट्रीय स्तरपर सिविल डिफेंस और होमगार्ड का स्थापना दिवस और पदक वितरण समारोह आयोजित करने के लिए सिविल डिफेंस संगठन के महानिदेशक संजय कुमार की प्रशंसा की।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बहादुरी के लिए राष्ट्रपति का एक फायर सेवा पदक, बहादुरी के लिए 9 फायर सर्विस पदक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के 17 फायर पदक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के 14 होमगार्ड और सिविल डिफेंस पदक प्रदान किए। राजनाथ सिंह ने पदक विजेताओं को बधाई देते हुए आकस्मिक स्थिति में उनकी भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस समुदाय क्षमता निर्माण, आपदा प्रबंधन और जन जागरुकता बढ़ाने में स्थानीय स्तरपर सक्रिय भूमिका निभा सकता है। एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस और होमगार्ड के महानिदेशक संजय कुमार, एनडीएमए के सदस्य कमल किशोर, गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव संजीव जिंदल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।