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Thursday 13 December 2018 04:06:13 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली में राष्ट्रीय बाल भवन में रंगारंग कार्यक्रम ‘कला उत्सव’ का उद्घाटन करते हुए कहा है कि विद्यार्थियों की प्रतिभा पहचानने और प्रतिभा पोषण तथा प्रोत्साहन देने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थी 8वीं कक्षा से आगे की पढ़ाई के बोझ से इतना दबे हुए होते हैं कि उन्हें अपनी प्रतिभा को निखारने व दिखाने का भरपूर समय ही नहीं मिल पाता है। उन्होंने जानकारी दी कि विद्यार्थियों को प्रतिभा विकास के लिए पर्याप्त समय देने के उद्देश्य से स्कूली पाठ्यक्रम को घटाकर आधा करने का प्रस्ताव है।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमारे स्कूलों के 26 करोड़ तथा कॉलेजों के 4 करोड़ विद्यार्थी हमारी संपत्ति और भविष्य हैं। उन्होंने रंगारंग कार्यक्रम ‘कला उत्सव’ में छात्र-छात्राओं की देश की अनेकता में एकता दिखाते हुए प्रस्तुत नृत्य और गायन कार्यक्रम की सराहना की। इस अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान तथा प्रशिक्षण परिषद के निदेशक प्रोफेसर ऋषिकेश सेनापति ने कहा कि यह कला उत्सव का चौथा संस्करण है, यह राष्ट्रीय स्तरपर स्कूली बच्चों की कला प्रतिभा दिखाने की अनूठी राष्ट्रीय प्रतियोगिता है। गायन, वाद्य संगीत, नृत्य तथा पेंटिंग में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में कर्नाटक को छोड़कर सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के 370 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। उत्सव में केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति की टीमें भी शामिल हुईं। कला उत्सव राष्ट्रीय प्रतियोगिता 2015 में स्कूली बच्चों की कला प्रतिभा के प्रोत्साहन के उद्देश्य से प्रारंभ की गई थी।