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राष्‍ट्रपति सालेह और मोदी का संयुक्त वक्तव्य

दोनों का लोकतंत्र विकास व शांतिपूर्ण सहअस्‍तित्‍व का संकल्‍प

भारत और मालदीव के बीच हुए पारस्‍परिक सहयोग समझौते

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 18 December 2018 03:56:37 PM

president of the maldives and pm narendra modi

नई दिल्ली। मालदीव के राष्‍ट्रपति इब्राहिम मोहम्‍मद सालेह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। राष्‍ट्रपति सालेह की मालदीव के राष्‍ट्रपति का पद ग्रहण करने के बाद यह पहली विदेश यात्रा है। मालदीव के राष्‍ट्रपति के साथ उनकी पत्‍नी प्रथम महिला फजना अहमद, विदेश मंत्री अब्‍दुला शाहिद, वित्तमंत्री इब्राहिम अमीर, राष्‍ट्रीय नियोजन और संरचना मंत्री मोहम्‍मद असलम, परिवहन तथा नागर विमानन मंत्री ऐशथ नाहूला, आर्थिक विकास मंत्री उज फैय्याज इस्‍माइल, वरिष्‍ठ सरकारी अधिकारियों और व्‍यावसायिक शिष्‍टमंडल भी भारत आया हुआ है। भारत के विशेष अतिथि के रूपमें राष्‍ट्रपति सालेह राष्‍ट्रपति भवन नई दिल्ली में ठहरे हुए हैं। राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद कल राष्‍ट्रपति इब्राहिम मोहम्‍मद सालेह से मिले और शाम को राष्‍ट्रपति भवन में उनके सम्‍मान में रात्रिभोज का आयोजन किया। इस अवसर पर उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू और विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने भी राष्‍ट्रपति सालेह से मुलाकात की। यह भारत और मालदीव के बीच घनिष्‍ठ संबंधों और दोनों सरकारों के बीच परस्‍पर सम्‍मान के भाव को दिखाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्‍ट्रपति ने हैदाराबाद हाउस नई दिल्ली में एक संयुक्त वक्तव्य में दोनों देशों के बीच विशेष एवं गहरे आपसी भरोसे पर आधारित घनिष्ठ संबंधों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्‍ट्रपति सालेह की उपस्थिति में दोनों देशों के बीच वीजा प्रबंधन सहायता, सांस्‍कृतिक सहयोग, कृषि व्‍यवसाय व्‍यवस्‍था में सुधार के लिए पारस्‍परिक सहयोग, सूचना और संचार टेक्‍नॉलोजी तथा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स के क्षेत्र में सहयोग समझौतों पर हस्‍ताक्षर किए गए। दोनों देशों ने संस्‍थागत संपर्क बनाने तथा स्‍वास्‍थ्‍य विशेषकर कैंसर उपचार पर सहयोग, आपराधिक मामलों पर पारस्‍परिक कानूनी सहायता, मानव संसाधन विकास और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग की रूपरेखा स्‍थापित करने पर सहमति व्‍यक्‍त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर राष्‍ट्रपति सालेह के शपथ ग्रहण समारोह में विशेष अतिथि के रूपमें मालदीव की अपनी यात्रा की याद दिलाई। उन्‍होंने दोहराया कि भारत मालदीव के साथ अपने संबंधों को सर्वाधिक महत्‍व देता है। दोनों नेताओं ने भारत-मालदीव के बीच परंपरागत रूपसे मजबूत और मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत एवं जीवंत बनाने का संकल्‍प दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत-मालदीव के बीच संबंध भौगोलिक निकटता, नस्‍ली, ऐतिहासिक, सामाजिक आर्थिक और दोनों देशों की जनता के बीच सांस्‍कृतिक संबंधों से मजबूत हुए हैं। दोनों ने लोकतंत्र, विकास तथा शांतिपूर्ण सहअस्‍तित्‍व में अपने विश्‍वास को दोहराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफलतापूर्वक और शांतिपूर्ण तरीके से लोकतंत्र स्‍थापित करने के लिए मालदीव की जनता को बधाई दी। उन्‍होंने समावेशी, विकेंद्रित, जनकेंद्रित शासन तथा सतत विकास के लिए मालदीव के राष्‍ट्रपति के विजन की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने भारत सरकार की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति का स्‍मरण करते हुए मालदीव के सामाजिक, आर्थिक विकास तथा लोकतंत्र की मजबूती और स्‍वतंत्र संस्‍थानों की आकांक्षा पूरी करने में भारत से हर संभव सहयोग का आश्‍वासन दिया। प्रधानमंत्री ने इस संबंध में बजटीय समर्थन, मुद्रा अदला-बदली के रूपमें 1.4 बिलियन अमेरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता तथा मालदीव के सामाजिक और आर्थिक विकास कार्यक्रमों को पूरा करने के लिए रियायती ऋण के प्रावधान की घोषणा की। मालदीव के राष्‍ट्रपति ने भी मालदीव सरकार की ‘भारत प्रथम’ नीति की पुष्टि की और भारत के साथ मिल-जुलकर काम करने का संकल्‍प व्‍यक्‍त किया। उन्‍होंने भारत सरकार के मालदीव को दी गई उदार सहायता की सराहना की और आवास तथा संरचना, जल, सीवर प्रणाली, स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल, शिक्षा और पर्यटन में निजी भागीदारी सहित सहयोग विकास के लिए विभिन्‍न क्षेत्रों की पहचान की।दोनों नेताओं ने माल तथा सेवा, सूचना, विचार, संस्‍कृति और जनता के आदान-प्रदान को प्रोत्‍साहित करने वाली संरचना स्‍थापना के माध्‍यम से दोनों देशों के बीच संपर्क में सुधार की आवश्‍यकता पर बल दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्‍यायिक पुलिस तथा कानून प्रत्‍यावर्तन, लेखा तथा वित्तीय प्रबंधन, स्‍थानीय सुशासन, सामुदायिक विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, ई-गर्वनेंस, खेल, मीडिया तथा युवा सशक्तिकरण, नेतृत्‍व, नवाचार और उद्यमिता, कला तथा संस्‍कृति जैसे विभिन्‍न क्षेत्रों में प्रशिक्षण तथा क्षमता सृजन के लिए अगले पांच वर्ष में एक हजार अतिरिक्‍त स्‍लॉट उपलब्‍ध कराने के भारत सरकार के निर्णय की जानकारी दी। दोनों नेताओं ने जन-जन के आदान-प्रदान तथा यात्री सहायता के महत्‍व को मानते हुए वीजा सहायता पर हुए नए समझौते का स्‍वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नया समझौता समान चिंताओं का समाधान करेगा और दोनों देशों की जनता के बीच संपर्क बढ़ेगा। गौरतलब है कि मालदीव उन गिने चुने देशों में है, जिसके साथ भारत का वीजा मुक्‍त प्रबंधन है। मालदीव के राष्‍ट्रपति ने समझौते पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की और कहा कि यह समझौता मालदीव के अनेक लोगों के लिए सहायक होगा, जो अपने बच्‍चों को शिक्षा के लिए भारत के स्‍कूलों में भेजते हैं, इससे भारत में इलाज के लिए आनेवाले मालदीव के नागरिकों और उनके परिजनों को आसानी से वीजा प्राप्‍ति में सहायता मिलेगी। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच जनता की निरंतर आवाजाही सुनिश्चित करने की आवश्‍यकता पर बल दिया। दोनों ने हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के महत्‍व पर सहमति व्‍यक्‍त की।
भारत-मालदीव के सुरक्षा हितों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की चिंताओं तथा क्षेत्र के स्‍थायित्‍व के लिए आकांक्षाओं को ध्‍यान में रखने के आश्‍वासन को दोहराया और एक-दूसरे के भू-भाग के उपयोग की अनुमति नुकसानदेह गतिविधियों के लिए नहीं देने का संकल्‍प लिया। दोनों ने समन्वित गश्‍ती तथा हवाई निगरानी, सूचना आदान-प्रदान, क्षमता सृजन के माध्‍यम से हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा पर सहयोग को मजबूत बनाने पर सहमति व्‍य‍क्‍त की। दोनों नेताओं ने आतंकवाद का मुकाबला करने में सहयोग बढ़ाने के लिए अपने संकल्‍पों की पुष्टि की। दोनों पायरेसी, आतंकवाद, संगठित अपराध, मादक दृव्‍यों तथा मानव तस्‍करी सहित समान चिंता के विषयों पर द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। मालदीव की पुलिस सेवा और मालदीव के राष्‍ट्रीय सुरक्षा बल के प्रशिक्षण और क्षमता सृजन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। दोनों ने भारत-मालदीव के बीच द्विपक्षीय व्‍यापार और निवेश को बढ़ाने के प्रयासों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-मालदीव के पारस्‍परिक लाभ के विभिन्‍न क्षेत्रों में मालदीव में भारतीय कंपनियों के निवेश के बढ़ते अवसरों का स्‍वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मालदीव की सरकार के पारदर्शी उत्तरदायी तथा नियम आधारित प्रशासन का विजन भारतीय व्‍यवसायों के विश्‍वास को पुन: प्राप्ति का संदेश देता है। दोनों नेताओं ने मछली पालन विकास, पर्यटन, परिवहन, कनेक्टिविटी, स्‍वास्‍थ्‍य, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा और संचार जैसे क्षेत्रों में घनिष्‍ठ आर्थिक सहयोग को प्रोत्‍साहित करने पर सहमति व्‍यक्‍त की। नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्‍ट्रपति ने वैश्विक चुनौतियों से निपटने में कारगर बहुपक्षीय व्‍यवस्‍था के महत्‍व को दोहराया। इस संदर्भ में दोनों ने संयुक्‍तराष्‍ट्र की संस्‍थाओं यानी संयुक्‍तराष्‍ट्र महासभा में सुधार तथा संयुक्‍तराष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के विस्‍तार के महत्‍व को मान्‍यता दी।
मालदीव के राष्‍ट्रपति ने विस्‍तारित और सुधार की गई संयुक्‍तराष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में स्‍थायी सदस्‍यता के लिए भारत की उम्‍मीदवारी के लिए अपने देश के समर्थन को दोहराया। मालदीव ने भी 2020-2021 के लिए अस्‍थायी सीट के लिए भारत की उम्‍मीदवारी के प्रति अपने समर्थन को दोहराया। प्रधानमंत्री ने राष्‍ट्रमंडल में फिर से शामिल होने के मालदीव के निर्णय का स्‍वागत किया। नरेंद्र मोदी ने हिंद महासागर रिम एसोसिएशन के नए सदस्‍य के रूपमें मालदीव का स्‍वागत किया। दोनों ने जलवायु परिवर्तन के दुष्‍प्रभावों विशेषकर विकासशील देशों और छोटे द्वीपीय देशों के तेज विकास के लिए अहितकर जलवायु परिवर्तन की समस्‍या से निपटने के महत्‍व और यूएनएफसीसीसी तथा पेरिस समझौता के माध्‍यम से जलवायु समस्‍या से निपटने के वैश्विक प्रयास को मजबूत बनाने की दिशा में काम करने की आवश्‍यकता पर सहमति व्‍यक्‍त की। दोनों ने बहुपक्षीय वित्तीय संस्‍थानों को मजबूत बनाने और उनमें सुधार तथा अंतरराष्‍ट्रीय आर्थिक निर्णयों में विकासशील देशों के स्‍वर और भागीदारी को बढ़ाने की आवश्‍यकता को रेखांकित किया। मालदीव के राष्‍ट्रपति ने अपने तथा शिष्‍टमंडल के सदस्‍यों के सौहार्दपूर्ण और उदार आतिथ्‍य सत्‍कार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्‍यवाद दिया। मालदीव के राष्‍ट्रपति ने राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मालदीव की राजकीय यात्रा का आमंत्रण भी दिया।

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