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Thursday 14 March 2013 09:26:34 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने सरकारी आवास पर यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल यूएसआईबीसी के चेयरमैन अजय बांगा तथा प्रेसिडेंट रॉन सोमर्स के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगातार कार्य कर रही है, इसके लिए आवश्यक नीतियां भी बना रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में आगरा में इंवेस्टर्स समिट में प्रदेश सरकार ने अपनी नीतियों को उद्योगपतियों के सामने रखा था, जिनसे प्रेरित होकर यह प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश में निवेश के इरादे से यहां आया है। उन्होंने कहा कि सरकार की यह कोशिश होगी कि उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक उद्योग आएं, कारखाने स्थापित हों, ताकि प्रदेश का औद्योगिक वातावरण सुधरे और बेरोज़गारी की समस्या समाप्त हो।
उधर उत्तर प्रदेश के विकास और वातावरण के संदर्भ में कारपोरेट क्षेत्र के अनेक विशेषज्ञों का कहना है कि एक साल सरकार को हो गया है, किंतु अभी तक यह सरकार केवल आकर्षक औद्योगिक नीति बनाने की ही बात कर रही है और जहां तक निवेशकों के यूपी में आने का सवाल है, तो यहां के सारे हालात उन्हें पता हैं, ये समिट भी अन्य समिटों की चाय पार्टी की तरह ही है, जिनका यूपी को कोई भी लाभ आजतक नहीं मिल पाया। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश को लेकर आज भी निवेशकों में भ्रम और अनिश्चय की स्थिति बनी हुई है, जिसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है, आखिर कोई तो कारण है कि कोई उद्यमी उत्तर प्रदेश में नहीं आ रहा है। इस अमरीकन डेलीगेशन और उसके लीडर रॉन सोमर्स एवं अजय बांगा के बारे अमरीका भी जानता है और वहां के अप्रवासी भारतीय उद्यमी भी अच्छी प्रकार से जानते हैं कि ये कौन हैं और उत्तर प्रदेश में विदेशी पूंजीनिवेश में कितने सक्षम हैं।
बहरहाल मुख्यमंत्री का तो यही कहना है कि प्रदेश सरकार लंबी अवधि की ऐसी नीतियां बना रही है, जिनसे आने वाले समय में उद्योगपतियों को कोई समस्या न आए और वे बिना किसी संशय के प्रदेश में निवेश कर सकें, भविष्य में इसके सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे। प्रेसवार्ता में यूएसआईबीसी के चेयरमैन अजय बांगा तथा प्रेसिडेंट रॉन सोमर्स ने प्रदेश सरकारकी निवेश आकर्षित करने के लिए बनाई जा रही नीतियों तथा प्रयासों की प्रशंसा की। अजय बांगा ने कहा कि आज के कार्यक्रम में अमेरिका की 39 प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है, उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश के लिए सही वातावरण बना है। अजय बांगा ने कहा कि यूनाइटेड स्टेट्स और भारत का व्यापार काफी बढ़ा है, उत्तर प्रदेश आने वाला यह पहला अमेरिकन बिजनेस डेलीगेशन है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश का यह सही समय है।
मुख्यमंत्री ने ताज होटल में राज्य सरकार, यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल व सीआईआई (कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री) के डेस्टीनेशन उत्तर प्रदेश: इन्वेस्टिंग इन द फ्यूचर बिजनेस समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश को पूंजी निवेश के लिए असीम संभावनाओं वाला प्रदेश बताते हुए निवेशकों को प्रदेश में पूंजी निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने उद्योगपतियों को आश्वस्त किया है कि प्रदेश में उनके पूंजी निवेश का बेहतर रिटर्न मिलेगा, निवेशकों को उद्योग स्थापना के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया कि वर्तमान में प्रदेश में उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल बना है, देश की क्रय शक्ति में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश की है, उन्होंने निवेशकों से कहा कि वे प्रदेश में पूंजी व तकनीक के अंतर को कम करने के लिए आगे आएं। उन्होंने प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण (फूड प्रोसेसिंग) तथा टेक्नोलॉजी आधारित उद्योगों की काफी संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें पूंजी निवेश के लिए राज्य सबसे ज्यादा उपयुक्त है, इसके माध्यम से उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास की क्रांति लाई जा सकती है। राज्य गेहूं, गन्ना, दूध, सब्जी-फल तथा आलू का पूरे देश में सर्वाधिक उत्पादन करता है, उत्तर प्रदेश विश्व के सबसे बड़े बाजारों में से एक है। प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि तथा मध्यम वर्ग के विस्तार से प्रदेश में उपभोक्ता वस्तुओं की मांग और बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने अमेरिका के निवेशकों का आह्वान किया कि वे रक्षा, भारी उद्योग तथा आटोमोबाइल क्षेत्र में पूंजी निवेश के लिए आगे आएं, उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें हर तरह का प्रोत्साहन व सहयोग देगी। मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक प्रभावी कदम उठाए हैं। कार्यक्रम में क्षेत्रीय निदेशक सीआईआई उत्तरी क्षेत्र पिकेंद्र पाल सिंह, चेयरमैन सीआईआई उत्तरी क्षेत्र जयंत डावर, डिप्टी चेयरमैन सीआईआई (यूपी स्टेट काउंसिल) आलोक सक्सेना भी उपस्थित थे।