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दिल्ली का प्रदूषण स्तर चिंताजनक-गडकरी

यमुना संरक्षण हेतु परियोजनाओं की आधारशिला रखी

जल एवं वायु प्रदूषण से मुक्ति के व्यापक प्रयास जारी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 28 December 2018 04:07:18 PM

nitin gadkari

नई दिल्ली। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत यमुना संरक्षण के लिए नौ परियोजनाओं की आधारशिला रखी। दिल्ली में यमुना नदी के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत 11 परियोजनाएं शुरू की गई हैं, इनमें अधिकांश परियोजनाएं सीवरेज सुविधा के लिए हैं। यमुना कार्ययोजना के तीसरे चरण की ये परियोजाएं दिल्ली के कोंडली, रिठाला और ओखला नामक तीन ड्रेनेज जोनों में अवस्थित हैं। नितिन गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को जल एवं वायु प्रदूषण से मुक्त करने के लिए व्यापक एवं समंवित प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण स्तर चिंताजनक है और सभी हितधारकों की सहायता से इस महत्वपूर्ण मुद्दे के समाधान के लिए एक योजना तैयार की गई है।
गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम की शुरुआत के साथ गंगा नदी की सहायक नदियों की सफाई का कार्य शुरू किया गया था और इन परियोजनाओं के साथ गंगा की सबसे महत्वपूर्ण सहायक नदी यमुना नदी में गिरने वाली नालियों को रोका जाएगा। छह राज्यों के बीच लखवार बहुउद्देशीय परियोजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद दिल्ली में यमुना की अविरलता में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में नदी की सतह की सफाई के लिए ट्रैस स्किमर लगाया गया है। नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली के अलावा हरियाणा के पानीपत और सोनीपत और उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन में भी यमुना की सफाई के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगरा में 180 मिलियन लीटर प्रति दिन क्षमता का एक मलजल शोधन संयंत्र की मंजूरी दी गई है। दिल्ली के विकास के लिए सभी संभव सहायता का आश्वासन देते हुए उन्होंने सभी हितधारकों से मांग करते हुए कहा कि दिल्ली को जल और वायु प्रदूषण से मुक्त करने के लिए सभी एकसाथ मिलकर युद्धस्तर पर काम करें।
नितिन गडकरी ने कहा कि मार्च 2019 तक गंगा नदी 70 से 80 प्रतिशत साफ हो जाएगी और मार्च 2020 तक गंगा लगभग पूर्णतः प्रदूषणमुक्त होगी। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि यमुना की लम्बाई 1365 किलोमीटर है और दिल्ली में ओखला बैराज से वजीराबाद तक इसकी लम्बाई 22 किलोमीटर है, जो नदी के प्रदूषण के लिए 80 प्रतिशत उत्तरदायी है। उन्होंने दिल्ली के भीतर और बाहर एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए नितिन गडकरी को धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण घटाने में मदद मिलेगी। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि गंगा के संरक्षण के लिए एक जनांदोलन की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण मंत्रालय ने गंगा के गहन सर्वेक्षण और वास्तविक जल गुणवत्ता निगरानी जैसे मुद्दे पर स्वच्छ गंगा मिशन में सहयोग किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नितिन गडकरी को उनकी मदद के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि यमुना की सफाई के लिए ऐसे महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम देश के संघीय ढांचे के लिए काफी महत्वपूर्ण है और विकास के मुद्दे के लिए सभी को एक मंच पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यमुना की सफाई उनकी भी प्राथमिकता है और उन्होंने मंत्रालय से निरंतर सहयोग की अपेक्षा की है। गंगा संरक्षण राज्यमंत्री डॉ सत्यपाल सिंह ने कहा कि यमुना की सफाई काफी महत्वपूर्ण है और साथ ही गंगा की सहायक नदियों की सफाई के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय में सचिव यूपी सिंह और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्र भी उपस्थित थे।

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