स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 8 January 2019 02:33:16 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को उनकी असाधारण उपलब्धियों पर वर्ष 2017-18 के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए। मेनका गांधी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इन साढ़े चार वर्ष में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायकों की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। मानदेय राशि में वृद्धि, बेहतर पदोन्नति,स्वास्थ्य बीमा, काम के बेहतर माहौल आदि सुधारों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों को समय पर आहार देकर उनका पोषण करने के अपने प्राथमिक कर्तव्य पर जोर देना चाहिए।
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि आंगनवाड़ियों में बेहतर सेवाओं के लिए धनराशि का इस्तेमाल होना चाहिए। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से मांग करते हुए कहा कि वे अपने आस-पास किसी भी आंगनवाड़ी में बच्चों के फर्जी प्रवेश के मामले को सामने लाने में मंत्रालय के आंख और कान बनें। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ बीरेंद्र कुमार भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को उनके अनुकरणीय कार्य को लेकर और पोषण अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने की परियोजना के समुचित कार्यांवयन में सशक्त भूमिका निभाने के लिए उन्हें बधाई दी। डॉ बीरेंद्र कुमार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे भारत को कुपोषण मुक्त बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में सचिव राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत करने के लिए भारत सरकार ने पुरस्कार विजेताओं की संख्या और पुरस्कार राशि को दोगुना कर दिया है, इस वर्ष से राष्ट्रीय स्तरपर नकद पुरस्कार को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यस्थल पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में स्मार्ट फोन के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने के एक प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। समन्वित बाल विकास योजना के तहत बाल विकास और संबंधित क्षेत्रों में अनुकरणीय सेवा के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने और उनकी सेवा को मान्यता देने के उद्देश्य से यह पुरस्कार दिया जाता है। राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार में 50,000 रुपये नकद और एक प्रशस्तिपत्र शामिल है। राज्यस्तरीय पुरस्कार में 10,000 रुपये नकद और एक प्रशस्तिपत्र शामिल है।