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Saturday 19 January 2019 03:09:53 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि मोदी सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र की व्यापार संभावनाओं को अत्यंत बढ़ावा दे रही है, जिससे न केवल पूर्वोत्तर क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि और विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पूर्वोत्तर सीमाओं पर स्थित देशों म्यांमार, भूटान, बांग्लादेश आदि के साथ और ज्यादा सहभागिता भी संभव हो पाएगी। डॉ जितेंद्र सिंह ने ये बातें म्यांमार में भारत के राजदूत नामित सौरभ कुमार से मुलाकात के दौरान कहीं, जो अपना नया पद संभालने के लिए यांगून रवाना होने से पहले उनसे भेंट करने दिल्ली पहुंचे थे।
पूर्वोत्तर विकास राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से पूर्वोत्तर क्षेत्र के व्यवसाय एवं व्यापार क्षेत्र में विकासात्मक गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं और इसके साथ ही पूर्वी सीमाओं पर स्थित देशों के साथ व्यापार में दिलचस्पी भी काफी बढ़ गई है। डॉ जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर पिछले साल गुवाहाटी में हुई आसियान बिजनेस समिट का उल्लेख किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की थी और भारत एवं अन्य देशों की उन व्यापारिक एवं कारोबारी हस्तियों को संबोधित किया था, जो एक साझा प्लेटफॉर्म पर एकजुट हुए थे।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि उनका मानना है कि एक्ट ईस्ट नीति के मद्देनज़र सीमाओं के निकट पूर्वोत्तर क्षेत्र की विकास एवं व्यापार संभावनाओं को बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उदाहरणस्वरूप भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकसित किसी भी उत्पाद को सीमा के उस पार आसानी से ग्राहक मिल जाएंगे, क्योंकि दोनों ही जगहों पर जीवनशैली और खान-पान की आदतें एक जैसी हैं। उन्होंने 100 वर्ष पुराने भारतीय वन अधिनियम 1919 में संशोधन करने का साहसिक निर्णय लेने के लिए प्रधानमंत्री की सराहना की, दरअसल इस संशोधन से देश में विकसित बांस को वन अधिनियम से छूट मिल गई है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय युवाओं के बीच आजीविका की दृष्टि से अत्यंत उत्साहवर्धक साबित हुआ है।